अभिषेक मनु सिंघवी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लोकसभा चुनाव में हुए खर्च को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में 60 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. यह बहुत बड़ी रकम है. उन्होंने कहा कि यह हमारे शिक्षा बजट का लगभग एक-तिहाई है. सिंघवी ने कहा कि यह रकम कितनी बड़ी है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नमामि गंगे योजना का बजट 24 हजार करोड़ है.
सिंघवी ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 भारत के इतिहास में सबसे महंगा चुनाव साबित हुआ है. इस चुनाव में करीब 60 हजार करोड़ खर्च हुए हैं. इसमें सबसे ज्यादा 45 फीसदी खर्च भाजपा ने किया है. उन्होंने बताया कि कम से कम 75 से 80 सीटें ऐसी हैं जहां एक उम्मीदवार ने 40 करोड़ तक खर्च किए हैं. जो चुनाव आयोग द्वार तय खर्च सीमा से 50 गुना ज्यादा है. चुनाव आयोग ने एक उम्मीदवार के लिए एक लोकसभा सीट के लिए खर्च की अधिकतम सीमा 70 लाख तय की है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने भाजपा पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने यह कभी नहीं बताया कि उसने लोकसभा चुनाव के दौरान कितना पैसे खर्च किए. भाजपा हमेशा यह पूछती है कि कांग्रेस ने कितना खर्च किया. हमने कितना खर्च किया यह भी बता देंगे. उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा मेरा नहीं है. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा ने पूरे खर्च का 45 फीसदी अकेले खर्च किया है. सिंघवी ने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या भाजपा ने कभी बताया कि उसने इतनी बड़ी रकम खर्च किया है.
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने माना कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. इसे लेकर पार्टी आत्म चिंतन कर रही है. उन्होंने कहा कि हम जरूर वापसी करेंगे और राहुल गांधी के नेतृत्व में ही वापसी करेंगे. गौरतलब कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कुल 52 सीटें मिली थीं जो नेता विपक्ष के लिए जरूरी 55 सीट से भी कम है. जबकि यूपीए को 90 सीटों पर जीत मिली थी. इसमें अकेले भाजपा को 303 सीटें मिली थीं. कांग्रेस के कई बड़े-बड़े दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा था. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी अमेठी से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें स्मृति ईरान ने हराया था. जबकि राहुल केरल के वायनाड से जीते थे.