कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे और माफी की मांग को लेकर पहले चरण के आंदोलन की घोषणा करते हुए दो टूक कहा है कि अपने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ एफआइआर दर्ज किए जाने के बावजूद पार्टी अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेगी।
आंदोलन के पहले चरण में कांग्रेस के प्रमुख नेता, सांसद और प्रदेश अध्यक्ष देश के करीब 150 शहरों में 22-23 दिसंबर को प्रेस कांफ्रेंस कर आंबेडकर की विरासत का स्मरण कराने के साथ ही अपमानजनक टिप्पणी के लिए अमित शाह के इस्तीफे के लिए आवाज बुलंद करेंगे।
पूरे देश में आंबेडकर सम्मान सप्ताह मनाया जाएगा
साथ ही कांग्रेस ने अगले एक हफ्ते तक पूरे देश में आंबेडकर सम्मान सप्ताह मनाने की घोषणा भी की है। जबकि, 26 दिसंबर को बेलगाम में होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित बैठक में भी आंबेडकर के अपमान का मुद्दा प्रमुख एजेंडे के तौर पर चर्चा के केंद्र में रहेगा।
बेलगाम में कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित बैठक
पार्टी के कार्यक्रमों का कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एलान किया। कहा कि 24 दिसंबर को पूरे देश में आंबेडकर सम्मान मोर्चा निकालते हुए कांग्रेस अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए जिला कलेक्टरों के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगी। बेलगाम में कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित बैठक में बाबा साहेब के अपमान और संविधान पर प्रहार के मुद्दे पर चर्चा होगी तथा 27 दिसंबर को वहीं एक बड़ी रैली में इसको लेकर भाजपा पर हमला बोला जाएगा।
बसपा भी करेगी देशव्यापी आंदोलन
भीमराव आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर भड़कीं बसपा अध्यक्ष मायावती ने उनसे अपने शब्द वापस लेने व पश्चाताप करने की मांग की है। एक्स पर उन्होंने लिखा है कि चूंकि अभी तक गृह मंत्री ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए गए अपने बयान को वापस नहीं लिया है, इसलिए अपनी इस मांग के समर्थन में बसपा ने 24 दिसंबर को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला किया है। 24 दिसंबर को बसपा कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करेंगे। देश के वंचित समाज के लिए संविधान के रचयिता डॉ. आंबेडकर भगवान की तरह पूज्यनीय हैं। केंद्रीय मंत्री द्वारा किया गया उनका अनादर वंचित समाज के लोगों के दिलों को आहत करने वाला है।