लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी की चार दीवारी के अंदर छात्रों ने ऐसी हरकत की है कि छात्राएं शर्मसार है। देश की टॉप क्लास लॉ यूनिवर्सिटी की पहचान रखने वाले इस संस्थान में फ्रेशर्स पार्टी हुई। जिसमें एक छात्र मंच से डबल मीनिंग लैंग्वेज में स्पीच दे रहा है। कई छात्राओं के नाम लेकर उनके प्राइवेट पार्ट्स तक पर कमेंट कर डाला।
इस दौरान शायद ही बैच की कोई ऐसी छात्रा रही हो, जिसके लिए अभद्र और आपत्तिजनक भाषा उस छात्रा ने मंच से न बोली हो। कई छात्र का मंच से नाम लेकर यह भी बता रहा है कि किसके साथ उसके रिलेशन हैं। किस छात्र ने किस छात्रा से रिलेशन बनाए हैं, ये भी बता डाला। अब इसके वीडियो सामने आए हैं। छात्राएं आरोपी छात्र पर कार्रवाई की मांग करती हुई डेढ़ महीने से भटक रही हैं।
वीडियो इनायत नाम से फ्रेशर पार्टी का बताया जा रहा है। ये इवेंट 2 से 6 अगस्त 2023 के बीच लॉ यूनिवर्सिटी में हुआ था। सीनियर यानी 3rd ईयर के छात्रों ने जूनियर यानी 2nd ईयर के छात्रों को फ्रेशर्स पार्टी दी। लॉ यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर में आने के बाद ही नए बैच को फ्रेशर्स पार्टी मिलती है। 5 अगस्त को रोस्टिंग नाम से एक इवेंट को एकेडमिक बिल्डिंग के F1 रूम में ऑर्गेनाइज किया गया।
सीनियर छात्र पर आरोप है कि जूनियर छात्राओं पर बॉडी शेमिंग, होमोफोबिया, महिलाओं की क्षमता और रिलेशन को लेकर बाकायदा नाम लेकर फब्तियां कसते रहे। जूनियर यानी सेकेंड ईयर बैच की छात्राओं का आरोप हैं कि इस दौरान फीमेल स्टूडेंट्स को टारगेट किया गया। उनकी बॉडी, कैरेक्टर, प्राइवेट लाइफ और प्राइवेट पार्ट्स पर कमेंट किया गया। खुले मंच से छात्राओं से अभद्रता होने के बाद भी जब इसकी शिकायत लॉ यूनिवर्सिटी प्रशासन से की गई तो यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले पर ढुलमुल रवैया अपनाया।
छात्राओं की दलील हैं कि इवेंट के दौरान ही उन्होंने इसका विरोध किया, लेकिन सीनियर होने के कारण तब तक आरोपी के पक्ष में कई लोग आ चुके थे। हालांकि स्टूडेंट्स लगातार हॉस्टल वार्डन, फैकल्टी मेंबर्स और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों से गुहार लगाते रहे। इस बीच लगातार छात्राएं लॉ यूनिवर्सिटी प्रशासन से गुहार लगाती रहीं।
हद तो तब हो गई जब छात्राओं को कार्रवाई के नाम पर ये जवाब मिला कि यदि वहां आपत्तिजनक बातें की जा रही थी तो आखिर उस इवेंट में शामिल क्यों हुईं? बहरहाल आक्रोशित छात्राओं ने मामले की जांच की मांग नहीं छोड़ी।
इस मामले का मुख्य आरोपी छात्र विश्वविद्यालय के LLB 3rd का ईयर स्टूडेंट है। नवंबर-2022 में लॉ यूनिवर्सिटी परिसर में छात्रों के दो गुटों में खुलेआम चाकूबाजी और मारपीट हुई। घटना मीडिया में हाइलाइट होने के बाद लॉ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई। बाद में इसी आरोपी छात्र को यूनिवर्सिटी से 6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया। हालांकि बेहद रोचक तरीके से 6 महीने से पहले से उसे लॉ यूनिवर्सिटी आने की अनुमति मिल गई थी।
मामला तूल पकड़ते देख लॉ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने BBAU की सीनियर फैकल्टी डॉ. सुदर्शन वर्मा की अगुवाई में पहले से बनी ICC कमेटी को भंग करते हुए नई 12 सदस्यीय ICC कमेटी का गठन कर दिया। मंगलवार को ही नई समिति के गठन का आदेश कुलपति की तरफ से जारी कर दिया गया। अब मामले की जांच नई कमेटी को सौंपी गई है। आज यानी बुधवार से कमेटी जांच करेगी।