आइये जानिए कैसे ढेर हुए, गुलाम और असद, पूरी कहानी विस्तार से

झांसी के पारीछा में हुए शूटर असद और गुलाम के एनकाउंटर की कहानी 24 घंटे पहले शुरू होती है। STF को लोकेशन मिलने के बाद झांसी के चिरगांव में ही दोनों को घेरने की प्लानिंग थी। लेकिन, दोनों बाइक पर गांव से निकल गए। इस ऑपरेशन को नवेन्दु कुमार और विमल कुमार सिंह लीड कर रहे थे। उन्होंने घेराबंदी की। इससे दोनों शूटर बच नहीं सके।
यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेन्दु कुमार और विमल कुमार सिंह अपनी-अपनी टीम के साथ उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में जूटे थे। उन्हें गुड्‌डू मुस्लिम के झांसी के पारीछा में छिपे होने की सूचना मिली। सोर्स ने बताया कि वो सतीश पांडेय के घर में छिपा हुआ है।
पुलिस दबिश से पहले ही गुड्‌डू वहां से निकल गया। इसके कुछ देर बाद ही 5-5 लाख के इनामी बदमाश असद और मोहम्मद गुलाम के भी झांसी के आस-पास छिपे होने की खबर आने लगी। 13 अप्रैल को डिप्टी एसपी नवेन्दु कुमार अपनी टीम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह, दरोगा विनय तिवारी, सिपाही पंकज तिवारी व सोनू, कमांडो अरविन्द कुमार और ड्राइवर अखंड प्रताप पांडेय के साथ और डिप्टी एसपी विमल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र कुमार राय, सिपाही भूपेन्द्र सिंह, सुशील कुमार व सुनील कुमार, कमांडो दिलीप कुमार यादव और ड्राइवर उपेन्द्र नाथ तिवारी के साथ दूसरी स्कार्पियो में झांसी के आस-पास एक्टिव हो गए।
उन्हें सोर्सेज ने बताया कि असद और गुलाम को चिरगांव के पास देखा गया है। नवेन्दु कुमार की टीम चिरगांव पहुंच गई। चिरगांव में मुखबिर ने बताया कि अभी-अभी असद और गुलाम काली और लाल रंग की डिस्कवर मोटरसाइकिल से पारीछा की तरफ गए हैं। दोनों बाइक की प्लेट पर नंबर नहीं लिखे थे।

नवेन्दु को सोर्स ने बताया कि असद सफेद रंग का पठान शूट और काली टोपी लगाए हुए है। जबकि उसका साथी मोहम्मद गुलाम लोवर और डाक ग्रीन हाफ टी शर्ट व सिर पर रुमाल बांधे है।
इसके बाद नवेन्दु कुमार और विमल कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ पारीछा की तरफ ट्रेसिंग शुरू की। करीब 11:30 बजे पारीछा बांध के मोड़ से करीब 100 मीटर पहले बाइक नजर आ गईं। पुलिस ने असद और गुलाम को ओवरटेक करने का प्रयास किया। पुलिस के मुताबिक, दोनों ने बाइक की स्पीड बढ़ा दी। आगे कच्चे रास्ते पर गाड़ी को भगा दिया। उसी समय सामने से विमल कुमार सिंह की टीम ने उन्हें घेर लिया।

पुलिस के मुताबिक, दोनों बदमाशों को पुलिस चेतावनी दे रही थी। मगर कच्चे रास्ते पर करीब डेढ़ किलोमीटर तक दोनों बाइक दौड़ाते रहे। इसी दौरान उनकी बाइक स्लिप होकर कच्चे रास्ते से नीचे बबूल की झाड़ में गिर गई। दोनों ने उठकर जमीनी आड़ लेकर फायरिंग शुरू कर दी
इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। इसमें नवेन्दु कुमार ने अपनी पिस्टल से 2 फायर और विमल कुमार सिंह सिंह समेत टीम ने अपनी अपनी पिस्टल से एक-एक फायर किया। थोड़ी देर में बदमाशों की तरफ से फायरिंग होना बंद हो गई। पुलिस ने पास जाकर देखा तो दोनों घायल पड़े थे। दोनों घायल अपराधियों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 112 पर 12:52 बजे और एम्बुलेंस के लिए 12.55 पर फोन से सूचना दी गई। दोनों को अस्पताल तक लेकर पहुंची टीम, जबकि पूरे एरिया को सील किया गया। वहीं लखनऊ में DG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एनकाउंटर की पूरी कहानी रखी।