लखनऊ में शनिवार रात 7.45 बजे सीएम योगी के काफिले को एस्कॉर्ट कर रही कार हादसे का शिकार हो गई। इसमें 6 पुलिसकर्मी समेत 15 लोग घायल हो गए।
हादसा उस वक्त हुआ जब सीएम योगी दिल्ली से लौट रहे थे। एयरपोर्ट से उनका काफिला मुख्यमंत्री आवास के लिए निकला था। अर्जुनगंज इलाके में कुत्ते को बचाने के चक्कर में एस्कॉर्ट कर रही कार बेकाबू हो गई। इसके बाद यह कार रस्ते में चल रही गाड़ियों से टकरा गई और फिर एक DCM को टक्कर मार दी।
सीएम के काफिले के हादसे की खबर सुनते ही हड़कंप मच गया। एक कॉन्स्टेबल समेत 8 लोग KGMU में भर्ती कराए गए हैं। जबकि 5 पुलिसकर्मियों समेत 6 लोगों को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसीएस गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार सिविल अस्पताल पहुंच गए। वहां घायल पुलिसवालों को भर्ती कराया गया है। सीएम योगी काफिले की अन्य गाड़ियों के साथ रवाना किया गया।
जेसीपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल का कहना है कि अर्जुनगंज के मरी माता मंदिर के पास सड़क हादसा हुआ है। सिक्योरिटी के लिए जिला पुलिस की गाड़ियां आगे चलती हैं। उसी से डेमो कार में हादसा हुआ। सड़क पर अचानक कुत्ता आने से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया। घायलों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री की फ्लीट थी, लेकिन सड़क हादसे से फ्लीट का कोई मतलब नहीं है। जिला पुलिस और एंटी डेमो की गाड़ियां फ्लीट के आगे चलती हैं। सभी घायलों का अच्छा इलाज करने का निर्देश दिया गया है।
CM के काफिले यानी फ्लीट में उनकी सुरक्षा की 14 गाड़ी रहती हैं। इसके अलावा शहर में आते-जाते 7 गाड़ी आगे-पीछे रहती हैं। इस तरह कुल मिलाकर 21 गाड़ियां रहती हैं।
पुलिसकर्मियों में विजय प्रताप यादव, मोहम्मद शमीम, शिवम यादव, अवध नारायण और राम सिंह घायल हुए हैं। इसके अलावा आम लोगों में सहादतगंज के रहने वाले मुस्तकीम सिद्दीकी, उनकी पत्नी शहनाज, 6 साल का बच्चा आबिद और 6 महीने की बच्ची हाशमा घायल हुए हैं। इनके अलावा मरी माता मंदिर के पास रहने वाली सुशीला, आलमबाग के खालिद आजम भी घायल हैं। सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पुलिसकर्मियों को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल और अन्य घायलों को ट्रामा सेंटर भेजा गया है।
जेसीपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि हादसे के वक्त सीएम की फ्लीट काफी पीछे थी। लेकिन सुरक्षा को देखते हुए मुख्यमंत्री के काफिले को नहीं रोका गया। सीएम अपने आवास की ओर चले गए थे।