मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में नियुक्ति पाने वाले युवाओं से कहा कि अपनी अपनी ग्राम पंचायत को आत्मनिर्भर और स्मार्ट बनाएं। आज पारदर्शी तरीके से नियुक्ति पा रहे युवाओं से एक अपेक्षा है कि ग्राम पंचायत अधिकारी की जिम्मेदारी बड़ी होती है। गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने की इकाई ग्राम पंचायत ही है। पीएम मोदी ने भी 2047 में आत्मनिर्भर और विकसित भारत की बात की है। इसकी नींव पंचायतें ही बनेगी। ग्राम पंचायतों को काफी अधिकार दिए गए हैं। आज 57 हजार ग्राम पंचायत के अपने भवन और इंटरनेट, वाईफाई सुविधा भी है। आपको गांव की समस्या का समाधान वहीं पर करना है। लोगों को जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र वहीं मिले। उन्होंने कहा कि गांव को आत्मनिर्भर बनाएं सिर्फ सरकार पर ही न निर्भर रहें। खुद के आय के स्रोत विकसित करें। गांव की जमीन होगी, बाजार होगा, दुकान होगी, तालाब होगा, इसका आय बढ़ाने में प्रयोग करें। तालाब में ड्रेनेज न हो, उसमें मछली पालन करें। गांव में कूड़ा निस्तारण, साफ सफाई, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी कैमरा, पब्लिक एड्रेस सिस्टम हो। गांव स्मार्ट भी होगा, आत्मनिर्भर भी बनेगा। आम लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव मिले, इसके लिए काम करें।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित ग्राम पंचायत अधिकारियों, ग्राम विकास अधिकारियों एवं समाज कल्याण पर्यवेक्षकों को नियुक्ति-पत्र वितरित करने के बाद संबोधित कर रहे थे।
PHOTO FILE