सीएम योगी ने लगाई उप बोर्ड में पासबच्चों की पाठशाला , प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए रोज पढ़ें समाचार पत्र, जाएं लाइब्रेरी

बुधवार को इंटरमीडिएट में पास हुए मेधावी छात्रों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर पाठशाला लगाई। उन्होंने छात्रों को हिदायत दी कि अगर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होना है तो उन्हें नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ना चाहिए। वह भी पूरी गहनता के साथ..। उन्होंने छात्रों को रोज़ लाइब्रेरी जाने, सुबह जल्दी उठने योग और परिश्रम करने की भी सीख दी।
योगी ने मेधावी विद्यार्थियों से संवाद करते हुए पूछा इसमें से कितने बच्चे हैं जो नियमित रूप से लाइब्रेरी जाते हैं। आपमें से कोई नहीं जाता…लाइब्रेरी जरूर जाया करिये…। पूछा आपमें से कितने न्यूज़ पेपर पढ़ते हैं..। कमोबेश सभी बच्चे शांत रहे। सिर्फ प्रज्ञा यादव ने कहा कि वह न्यूज़ पेपर पढ़ती हैं। योगी बोले-सिर्फ अपने से ही जुड़ी न्यूज़ न पढ़ें, पूरी न्यूज़ को पढ़ने की आदत डालें। बहुत बार मुख्य हेडिंग और अंदर के समाचार में अंतर होता है। इसलिए हेडिंग ही न पढ़ें बल्कि गहनता से पूरी न्यूज़ पढ़ें।
योगी आगे बोले-सभी समाचार पत्रों को जरूर पढ़ें। हां, उनका जो संपादकीय पृष्ठ है उसे जरूर पढ़ें। उसमें तमाम बुद्धिजीवियों, विद्वानों, राजनेताओं व चिंतकों के सारगर्भित लेख होते हैं। यह पृष्ठ बहुत सारी जानकारियों का खजाना होता है। छात्रों के सामान्य ज्ञान के लिए यह बहुत जरूरी है। समाचार पत्र रोज आपको अपडेट करेगा। कंपटीशन की तैयारी में आप अगर खुद को अपडेट नहीं करेंगे तो ठीक नहीं होगा। समाचार पत्र नियमित पढ़ना चाहिए। लाइब्रेरी भी रोज़ जाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने एक-एक कर सभी छात्रों से भविष्य़ की तैयारियों के बारे में पूछा। बोले -पूरे विश्वास के साथ तैयारी करें। घबराएं नहीं, विश्वास रखें कि सफलता जरूर मिलेगी। छात्रों से पूछा-आप में कितनों ने सरकार द्वारा प्रतियोगी छात्रों के लिए शुरू की गई अभ्युदय कोचिंग के बारे में सुना है। कहा कि उप्र सरकार ने हर स्तर के बच्चों के लिए एनडीए की तैयारी के लिए, नीट, आईआईटी-जेईई की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए अभ्युदय कोचिंग शुरू की है। बहुत सारे बच्चों के माता-पिता महंगी फीस नहीं दे पाते इसलिए सरकार ने अभ्युदय कोचिंग की शुरुआत की है। वे लोग इसका संचालन कर रहे हैं जो उसे पास कर चुके हैं। जैसे जिले में जितने भी नए आईएएस हैं, वे जिलों में अपनी सेवा दे रहे हैं। नए आईपीएस गए हैं, पीसीएस से आए हैं वे भी करते हैं। डाक्टर भी नीट के बारे में बताते हैं। वर्चुअल क्लासे को कोई भी देख सकता है। वर्चुअल में तो किसी भी जगह से कहीं से भी देख सकते हैं। किसी ने कहा वह प्रोफेसर बनना चाहता है तो किसी ने आईएएस बनने की तैयारी में जुटने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने बच्चों को अनुशासित रहने और नियमित योग करने की भी सीख दी। छात्रों से पूछा-रोज़ कितने बज़े जगते हैं। किसने-किसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योग के दौरान संबोधन देखा था…फिर चेहरे पर मुस्कुराहट के साथ…नसीहत देते हुए कहा कि समय पर सोने की आदत डालें। जीवन में नियम और संयम जब भी रहेगा, व्यक्ति स्वस्थ रहेगा। नियमित रूप से योगिक क्रियाओं का अभ्यास करना चाहिए। योग शरीर व मन-मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है। छात्र का काम केवल अच्छे अंक पाना ही लक्ष्य नहीं है। लंबे समय तक मन और काया दोनों को ठीक रखते हुए देश की सेवा में भी जुटना है।
योगी ने एक-एक कर सभी प्रधानाचार्यों से उनके स्कूल और मेधावी छात्रों के मूल्यांकन के बारे में विस्तार से जानकारी की। पूछा-ऐसे कितने प्रधानाचार्य हैं, जो शासन की योजनाओं को अवगत कराते हैं। केंद्र व राज्य की योजनाओं को बता पाएंगे जो युवाओं के हित में हों…। बोले-मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना व अभ्युदय की जानकारी जरूरी है। बेटी बढ़ाओ और बेटी पढ़ाओ की जानकारी होनी चाहिए। पीएम स्टैंडअप, स्टार्टअप योजना क्या है, मुद्रा योजना क्या है। डिजिटल इंडिया क्या है। जानकारी होगी तो हम स्कूल में मार्निंग असेंबली में 15 मिनट या आधे घंटे का टॉक दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने पूछा-प्रधानमंत्री ने मन की बात में परीक्षाओं के बारे में बताया था कितने छात्रों ने सुना था