महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दो दिवसीय दौरे पर यूपी आए। रविवार को लखनऊ से अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। इसके बाद राम मंदिर के निर्माण कार्यों को देखा। संतों से मुलाकात कर शाम को सरयू आरती में शामिल हुए। इसके बाद रात में लखनऊ लौट आए। यहां मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी से मुलाकात की। इस दौरान एकनाथ शिंदे ने उन्हें अंग वस्त्र पहनाया। उसके बाद गणेश जी की मूर्ति भेंटकर उनका स्वागत किया। इस दौरान दोनों बीच कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई।
इसके पहले एकनाथ शिंदे ने अयोध्या में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा- राम ने पिता को वचन देकर 14 साल का वनवास निभाया। पर कुछ लोगों ने सत्ता की लालच में पिता के वचन का ध्यान नहीं रखा। बाला साहेब ने जिन्हें भगाया था, उन्हीं के साथ मिलकर सरकार बना ली।
शिंदे ने कहा कि अयोध्या और राम मंदिर हमारी आस्था का विषय है। यह हमारी भावनाओं, श्रद्धा और अस्मिता से भी जुड़ा है। अयोध्या हमारे लिए आत्मीयता का विषय है। 500 साल का इंतजार करने के बाद सपना सच हुआ। हिंदू हृदय सम्राट बाला साहब ठाकरे का भी यह सपना था। शिंदे ने कहा कि राम मंदिर हिंदू आस्था व अस्मिता का प्रतीक है।
शिंदे ने कहा कि अयोध्या पहुंचकर मंदिर निर्माण भी देखा। इतनी तेजी से काम होगा, कोई सोच भी नहीं सकता था। आज राम मंदिर पूरा होने जा रहा है, यह सपना लग रहा था लेकिन तमाम राम भक्तों की आशा-सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह काम शुरू हुआ और आगे बढ़ रहा है। जनवरी 2024 में मूर्ति स्थापना भी होगी। इसके आगे भी काम चलता रहेगा। राम मंदिर परिसर में अनुभव मिला कि राम मंदिर का निर्माण आगे बढ़ रहा है। यह हमारे लिए और ज्यादा खुशी की बात है।
शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी उनका सहयोग कर रहे हैं। उनकी निगरानी में मंदिर का निर्माण हो रहा है। हमें धनुष बाण भी मिला है, पार्टी का नाम भी मिला है। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मैं प्रभु रामलला का आशीर्वाद लेने पहुंचा हूं। सभी मेरे साथी मंत्री गण, विधायक गण, सांसद गण मौजूद है। आज का दिन मेरे जीवन में सबसे बड़ा सौभाग्य का दिन है। आज का दर्शन व यात्रा मैं जिंदगी में कभी भूल नहीं पाऊंगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना और भाजपा के लिए अयोध्या राजनीतिक मुद्दा नहीं है। यह हमारे लिए आस्था का विषय है। यहां पर विकास के कार्य हो रहे हैं। योगी जी और उनके मंत्रियों को भी धन्यवाद दूंगा। राम मंदिर बनने के बाद लोगों को रोजी-रोटी भी मिलेगी। हमारी अयोध्या यात्रा आनंद देने वाली है, लेकिन कुछ लोग हैं जिनको तकलीफ होती है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि कई लोग हम पर आरोप लगाते हैं। क्या वे बताएंगे कि पालघर में जब संत की हत्या हुई और नेवी के अधिकारी की पिटाई हुई तो वहां पर किसकी सरकार थी।
सीएम शिंदे ने कहा कि आजादी के बाद भी कुछ लोग जानबूझकर हिंदुत्व का अपमान कर रहे थे। गलतफहमी फैला रहे थे। हिंदुत्व जीवन प्रणाली है, सभी को साथ लेकर चलने वाला हमारा हिंदू धर्म है। हिंदू अन्य धर्मों का अनादर करने वाला नहीं, बल्कि सबको साथ लेकर चलने वाला है। 2014 में हिंदुत्व की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आई है। समाज में जन जागरण हुआ, सम्मान मिला। हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे कहते थे कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं। शिवसेना और भाजपा की विचारधारा एक है। 2019 में लोगों के दिल में बात थी कि महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा की सरकार बने, साथ में चुनाव लड़े थे। चुनाव लड़ने के बाद लोगों की अपेक्षा थी कि सरकार भाजपा शिवसेना की बनेगी लेकिन लालच में कुछ लोगों ने गलत कदम उठाया पर हम लोगों ने 8-9 महीने पहले इसको सुधार दिया। जो अपेक्षा थी हमने वही सरकार स्थापित की।
अयोध्या के संतों ने सीएम एकनाथ शिंदे को धनुष, बाण और गदा देकर स्वागत किया। वहीं एकनाथ शिंदे ने संतों को रामनामी और माला पहनाकर उनका अभिवादन किया।
सीएम शिंदे ने कहा कि हम दोनों की विचारधारा को लेकर अयोध्या में दर्शन के लिए आए हैं। पहले कई लोग कहते थे कि पहले मंदिर, फिर सरकार लेकिन जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया। वे कुछ नहीं कर पाए, पर बाला साहब ठाकरे का सपना पूरा करने का काम मोदी जी ने किया है। लोग कहते थे न मंदिर बनाएंगे और न ही तारीख बताएंगे। मोदी जी ने मंदिर भी बना दिया और तारीख भी बता दिया।
ये तस्वीर लक्ष्मण किला में आयोजित संत सम्मेलन की है। इस सम्मेलन में सीएम एकनाथ शिंदे, अयोध्या के महंत मैथिली रमण शरण,श्री रामवल्लभा कुंज प्रमुख स्वामी राजकुमार दास समेत 100 से ज्यादा महंत शामिल हुए।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कुछ लोग 14 वर्ष वनवास पर गए। उनके पिताजी की जो मंशा थी, जो सपना था। उसके खिलाफ जाकर सत्ता की लालच में क्या-क्या किया। आप आरोप लगाते जाइए हम काम से जवाब देंगे। हमने कई ऐसे निर्णय लिए हैं, जो पिछले सरकारों ने नहीं लिए। हमारी सरकार किसानों, कामगारों की है। हमारी सरकार महिला, गरीब व जनता की है।
मैं एसी ऑफिस और घर में बैठकर काम करने वाला मुख्यमंत्री नहीं हूं। मैं फील्ड में जाकर काम करता हूं। सब जानते हैं यह आदमी जमीन से जुड़ा हुआ है। अयोध्या से हमारा पुराना रिश्ता है। कार्य सेवा की है। ठाकरे साहब का जो रिश्ता व नाता अयोध्या से है, वह राजनीतिक नहीं, भावनात्मक है। शिंदे ने हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र भवन अयोध्या में बनाए जाने का ऐलान किया।