गोवा के विभिन्न हिस्सों से एकत्रित मिट्टी को दिल्ली लाया गया है। इसका इस्तेमाल संसद के नए भवन के निर्माण में किया जाएगा। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से गमले में मिट्टी ग्रहण की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘गोवा के सभी हिस्सों से एकत्र की गई शुभ गोअन मिट्टी, जिसे नई दिल्ली में नई संसद के निर्माण में योगदान दिया जाएगा, गोवा के माननीय मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से प्राप्त किया।’
नए संसद भवन की आधारशिला 10 दिसंबर, 2020 को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रखी गई थी। एक बयान में, पीएमओ ने कहा था कि नई इमारत ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दृष्टि का एक आंतरिक हिस्सा है और आजादी के बाद पहली बार लोगों की संसद बनाने का एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जो आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर ‘नए भारत’ की जरूरतों और आकांक्षाओं से मेल खाएगा।
पीएम मोदी ने 11 जुलाई 2022 को नए संसद भवन पर लगे अशोक स्तंभ का अनावरण किया था। कांस्य से बना अशोक स्तंभ 6.5 मीटर ऊंचा है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने नई संसद को बनाने में लगे मजदूरों से भी बातचीत की थी। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।
नए संसद भवन का निर्माण सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस साल तक नई इणारक बनाने का काम पूरा हो जाएगा। यह त्रिकोणीय इमारत होगी। इसमें मुख्य रूप से तीन राष्ट्रीय प्रतीक मोर, कमल और वटवृक्ष भी होगे।