कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों लोगों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई। मुख्यमंत्री बनने के बाद बोम्मई पहली बार दिल्ली के दौरे पर आए हैं। बोम्मई ने पीएम से मुलाकात के बाद कहा कि कर्नाटक में बाढ़ और कोरोना की स्थिति को देखते हुए मंत्रिमंडल का विस्तार अगले सप्ताह किया जाएगा।
इससे पहले दिन में बोम्मई ने गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने अपने राज्य के सांसदों के लिए दोपहर के भोज का भी आयोजन किया।
पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद मंगलवार को भाजपा विधायक दल के नए नेता चुने गए बोम्मई ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने उत्तराधिकारी और नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई पार्टी के नए मंत्रिमंडल चयन पर कहा कि बोम्मई अपनी टीम चुनने के लिए स्वतंत्र हैं। साथ ही येदियुरप्पा ने पार्टी को मजबूत करने की दिशा में अपना काम जारी रखने की भी बात कही।
बीएस येदियुरप्पा ने बयान में कहा कि ‘बोम्मई आज दिल्ली में हैं, कुछ दिनों में वह केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा करेंगे और तय करेंगे कि उनके मंत्रिमंडल में कौन होना चाहिए, मैं इस पर हस्तक्षेप नहीं करूंगा कि किसे मंत्री बनाया जाना चाहिए या नहीं। बोम्मई पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, वह चर्चा करेंगे और अपने कैबिनेट मंत्रियों को चुनें…..मैं इस पर कोई सुझाव नहीं दूंगा।’
यह पूछे जाने पर कि उनके इस्तीफे से पार्टी के कई कार्यकर्ता नाराज हैं, येदियुरप्पा ने कहा, ‘सत्ता स्थायी नहीं है, मैंने अपनी आंखों के सामने एक सक्षम व्यक्ति को पोषित करने और दूसरों के लिए रास्ता बनाने के लिए ऐसा (इस्तीफा) किया है। यह सक्षम व्यक्ति जैसे बसवराज बोम्मई आज मुख्यमंत्री हैं।