कोरोना के कारण जहां एक तरफ भारत में संकट की स्थिति पैदा होने पर चीन ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया था तो वहीं दूसरी तरफ उसने यह हाथ खींच भी लिया है। दरअसल, चीन की सरकारी सिचुआन एअरलाइंस ने भारत के लिए अपनी सभी कार्गो (मालवाहक) उड़ानों को अगले 15 दिन तक के लिए स्थगित कर दिया है। इससे निजी कारोबारियों को बीजिंग से अति-आवश्यक ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर और अन्य मेडिकल सप्लाई मिलने में बड़ी बाधा पैदा हो गई है। कंपनी ने यह कदम चीन सरकार की ओर से कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत को सहायता की पेशकश किए जाने के बावजूद उठाया है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सिचुआन एअरलाइंस द्वारा भारत जाने वाली कार्गो उड़ानों को स्थगित करने संबंधी सवालों के जवाब में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘भारत में महामारी की स्थिति पर चीन करीब से नजर रख रहा है। गंभीर होती स्थिति को लेकर हमारी सहानुभूति भारत के साथ है। हम कह चुके हैं कि हम वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रथम उपलब्ध अवसर में भारत की मदद करने को तैयार हैं। दोनों पक्ष इस संबंध में चर्चा कर रहे हैं।’
भारत भेजे जाने वाले सामान के दाम बढ़ाए
कार्गो उड़ानों के स्थगन से एजेंट और सामान भेजने वाले हतप्रभ हैं जो चीन से ऑक्सीजन सांद्रक खरीदने का प्रयास कर रहे हैं।यह भी शिकायत आ रही है कि चीनी उत्पादकों ने ऑक्सीजन संबधी उपकरणों की कीमत में 35 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है। माल ढुलाई के शुल्क में भी करीब 20 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है। चीनी विनिर्माताओं की तरफ से भारत भेजी जाने वाली चिकित्सा आपूर्ति के दाम बढ़ाए जाने से जुड़े सवाल पर वांग ने कहा, ”चीन से भारत चिकित्सा आपूर्ति खरीदने को तैयार है, मैं इसे समझता हूं, यह एक व्यावसायिक गतिविधि है। वांग ने भारत के लिए कार्गो उड़ान स्थगित करने के सिचुआन एअरलाइंस के निर्णय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
सिचुआन एअरलाइंस का हिस्सा सिचुआन चुआनहांग लॉजिस्टिक कॉरपोरेशन लिमिटेड के विपणन एजेंट द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि विमानन कंपनी शियान-दिल्ली सहित छह मार्गों पर अपनी कार्गो सेवा स्थगित कर रही है। समाचार एजेंसी ‘पीटीआई- भाषा ने इस संबंध में कंपनी की ओर से जारी पत्र को देखा है। इसके मुताबिक कपंनी ने कहा, ‘महामारी की स्थिति (भारत) में अचानक हुए बदलाव के मद्देनजर और बाहर से आने वाले संक्रमण के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से यह फैसला किया गया है। इसलिए अगले 15 दिनों के लिए उड़ानों को स्थगित करने का फैसला किया गया है। चिट्ठी में कहा गया है, ‘भारतीय मार्ग हमेशा से ही सिचुआन एअरलाइंस का मुख्य रणनीतिक मार्ग रहा है। इस स्थगन से हमारी कंपनी को भारी नुकसान होगा। हम इस अपरिवर्तित परिस्थिति के लिए माफी मांगते हैं।’ चिट्ठी के मुताबिक कंपनी अगले 15 दिनों में फैसले की समीक्षा करेगी।
ऑक्सीजन खरीदने में होगी दिक्कत
शंघाई में माल भेजने की कंपनी साइनो ग्लोबल लॉजिस्टिक के सिद्धार्थ सिन्हा ने बताया कि सिचुआन एअरलाइंस के फैसले से दोनों देशों के कारोबारियों द्वारा तेजी से ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर खरीदने और भारत को भेजने में बाधा पैदा होगी। उन्होंने कहा कि अब इन उपकरणों को भेजना और चुनौतीपूर्ण होगा, उन्हें सिंगापुर और अन्य देशों के रास्ते विभिन्न विमानन कंपनियों द्वारा भेजना होगा जिससे अति-आवश्यक इन उपकरणों की आपूर्ति में देरी होगी। सिन्हा ने कहा कि भारत में कोविड-19 की स्थिति का हवाला देकर उड़ानों का स्थगन आश्चर्यजनक है क्योंकि भारत जाने वाले चालक दल के किसी सदस्य को बदला नहीं जाता और उसी चालक दल के सदस्य ही विमान को वापस लाते हैं।
भारत में चीन के राजदूत सुन वीदोंग ने एक ट्वीट में कहा कि उनका देश कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत का समर्थन करता है। उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘हम भारत को चिकित्सकीय सामानों की आपूर्ति में सहयोग के लिए चीनी कंपनियों को प्रेरित करेंगे।’