चीन ने दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना बना ली है, जिसके बाद भारत को घेरने की तैयारी है। चीन ने अपनी नौसेना की ताकत में कई गुना इजाफा किया है। साथ ही अब वह भारत को घेरने की पूरी तैयारी में है।
चीन चाहता है कि वह पाकिस्तान, श्रीलंका और म्यांमार में अपने नौसैनिक अड्डे बनाए। इतना ही नहीं बल्कि वह इंडो-पैसिफिक रीजन में भी अपने नौसैनिक अड्डे बनाना चाहता है। भारत को इस बात ख्याल रखना चाहिए कि चीन हिंद महासागर में अपनी नौसैनिक ताकत में तेजी से इजाफा कर रहा है।
भारतीय नौसेना की बात की जाए तो नौसैनिक ताकत अभी काफी कम है। भारत के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर, एक उभयचर ट्रांसपोर्ट डॉक, 8 लैंडिंग शिप टैंक्स, 11 डेस्ट्रॉयर, 13 फ्रिगेट्स, 23 कॉ़र्वेट्स, 10 लार्ज ऑफशोर पेट्रोल वेसल, 4 फ्लीट टैंकर्स समेत कुछ अन्य वाहन हैं। भारत के पास 15 इलेक्ट्रिक-डीजल ऑपरेटेड पनडुब्बियां और 2 परमाणु पनडुब्बियां ही हैं।
चीन भारत के चारों तरफ मौजूद करीब एक दर्जन से ज्यादा देशों में सैन्य अड्डे बनाने की तैयारी कर रहा है। चीन का लक्ष्य अगले कुछ सालों में अपने परमाणु हथियारों की संख्या भी दोगुनी करने की है।
चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पास अभी करीब 200 परमाणु हथियार हैं, लेकिन आने वाले समय में जमीन, पनडुब्बियों और बमवर्षकों से दागी जाने वाली मिसाइलों के जखीरे में वह इजाफा कर रहा है। अभी उसके पास परमाणु वाहक एयर-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल नहीं है जिसका विकास चीन कर रहा है।
अगले 10 सालों में चीन अपनी परमाणु शक्ति को दोगुना कर लेगा यानी उसके पास दोगुना परमाणु हथियार होंगे। अमेरिका ने पहली बार चीन के हथियारों की संख्या सार्वजनिक की है। साथ ही चिंता भी जताई है कि हथियारों की संख्या के साथ-साथ चिंता का विषय यह भी है कि चीन का परमाणु विकास किस दिशा में आगे बढ़ रहा है