मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म के विषय में बताया बोले- हिंदू धर्म में कोई बाध्यता नहीं है

कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया में अगर किसी ने धर्म को समझा है तो वह भारतीय ऋषि मुनि हैं। जिन्होंने उपासना तक अपने को सीमित नहीं रखा है। किसी भी ऋषि ने यह नहीं कहा कि वह जो कह रहे हैं वही सत्य है। यह आपको देखना है। जो समाज को अच्छा लगता है। उसका आचरण करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए आए थे। इस मौके पर उन्होंने डिजिटल अरेस्ट की भी चर्चा की। बोले आम जनमानस को इसके प्रति जागरूक करना होगा और यह संस्थाओं की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें सत्य मार्ग पर चलना चाहिए। इसके साथ-साथ धर्म के मार्ग का भी अनुसरण करते रहना चाहिए। भारतीय दृष्टि काफी महान है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म यह कभी नहीं कहते हैं कि वह तभी हिंदू है जब वह मंदिर जाएगा। बिना मंदिर गए भी वह हिंदू है। शास्त्र पर विश्वास करें ना करें। इसकी कोई बाध्यता नहीं है। वेद को माने ना माने अपनी श्रद्धा है। मेरा हिंदू कहीं भाग कर नहीं जा रहा है। हमें जोड़कर चल रहा है। उन्होंने महापुरुषों के बताए गए मार्ग पर चलने को भी कहा है। बोले आज भी हर भारतीय परिवार में वैदिक ग्रंथ को संजो कर रखा गया है। उन्हें पता है कि यही मेरी पहचान है। कार्यक्रम को शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम में 1935 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। जिनमें 51 छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री ने पीएचडी की उपाधि दी। जबकि 84 छात्रों को स्वर्ण और 41 को रजत पदक दिया गया।‌ राम विश्वविद्यालय की तरफ से राज्यसभा सांसद और को फाउंडर वाइस प्रेसिडेंट इंफोसिस ग्रुप सुधा मूर्ति को मानद उपाधि से सम्मानित करने की घोषणा की गई। ‌ सुधा मूर्ति कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थी। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, डॉ प्रणव सिंह आदि मौजूद थे। ‌

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