राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भाषण दिया

उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भाषण दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फुल फॉर्म में दिखे। अपने पूरे भाषण के दौरान सीएम योगी ने शिवपाल यादव को चच्चू कह कर संबोधित किया । और 1 घंटा 49 मिनट तक चले भाषण में सीएम योगी ने 10 बार चच्चू और एक बार चाचा कहकर शिवपाल सिंह यादव का जिक्र किया । इसके साथ ही सीएम योगी ने अखिलेश के परिवार और पीडीए पर जमकर निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने अपने 1 घंटे 5 मिनट के भाषण के दौरान पीडीए का जिक्र किया था और सरकार पर यह सवाल भी खड़े किए थे कि इस सरकार की प्राथमिकता में पीडीए है या नहीं….. जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के दौरान कहा कि अयोध्या में माता शबरी के नाम पर रसोई घर शुरू किया गया है क्या माता शबरी के अनुयाई पीडीए के हिस्सा है या नहीं है? अयोध्या में रैन बसेरा भी निषाद राज के नाम पर शुरू किया गया है क्या निषाद राज के अनुयाई पड़ा का हिस्सा है या नहीं? वहीं सीएम योगी ने यह भी कहा कि प्राचीन भारत कुंड का भी कुंदाधर हो रहा है राम की मर्यादा, परिवार की मर्यादा क्या परिवार की मर्यादा है।
यहां तो हमारे डिप्टी सीएम ने कहा कि पीडीए का मतलब है परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी.…. और अपनी भाषण के 26 मिनट बाद सीएम योगी ने शिवपाल यादव को लेकर जिक्र किया और कहा कि अखिलेश यादव के पीडीए में और लोग हैं लेकिन चच्चू नहीं है, बेचारे हमेशा ठगे जाते हैं कब तक यह अन्याय होगा.. एक बार महाभारत पढ़िए.. आखिर समाजवादी पार्टी ने जो लिस्ट निकाला उसमें परिवार के तीन सदस्यों के नाम तो थे लेकिन चच्चू नहीं था। उनका भी नाम देना चाहिए था वरिष्ठ नेता थे बेचारा रगड़ते रगड़ते अपने को..पीडीए में है ही नही। यह चच्चू को ही भूल गए। अखिलेश ने उन्हें ही विस्मित कर दिया। चच्चू बेचारे देखते ही रह जा रहे हैं और सोच रहे हैं कि ठगे गए एक बार फिर। अगर यह लोग प्रभु राम को मानते हैं तो चच्चू के साथ अन्याय नहीं करते। रामायण में सीखते हैं या फिर महाभारत से ही सीख जाइए आपके बयान तो कभी-कभी आते ही रहते हैं।
दरअसल समाजवादी पार्टी ने बीते 30 जनवरी को यूपी की 16 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जिसमे अपनी पत्नी डिंपल यादव, भाई धर्मेंद्र यादव और भाई अक्षय यादव के साथ ही 13 अन्य नाम शामिल रहे। और समाजवादी पार्टी के इन सभी 16 नाम में पीडीए की झलक तो दिखी लेकिन चाचा यानी कि शिवपाल यादव इस नाम की लिस्ट से गायब रहे। जिसको लेकर आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान तंज कसा।
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने भाषण के दौरान योगी सरकार पर रोजगार न देने को लेकर सवाल खड़े किए थे जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 19 फरवरी को हम 10 लाख करोड रुपए के इन्वेस्टमेंट को हम ग्राउंड ब्रेकिंग हम लोग करने जा रहे हैं जिसे प्रधानमंत्री जी शिलान्यास करेंगे।
वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम अपने निवेश और उसे लगने वाली नौकरियों के बारे में भी आपको जानकारी देंगे। वही सीएम योगी नहीं अभी कहा कि उत्तर प्रदेश के 2 लाख से ज्यादा श्रमिक जो तमिलनाडु में काम करते थे उसमें से 60 हजार से भी ज्यादा श्रमिक उत्तर प्रदेश लौट आए हैं और यहीं पर काम कर रहे हैं।
यह नया उत्तर प्रदेश है और नए उत्तर प्रदेश किस गाथा को आपको स्वीकार करना चाहिए आप तो यहां के कम रहे हैं.. वह ठीक है कि की सभी लोगों ने उसे कार्यकाल पर प्रश्न खड़ा कर दिए जब चाचा ही आप पर आशीर्वाद नहीं बरसा रहे हैं तो औरों का आशीर्वाद क्या मिल पाएगा। आपको इस पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए की उत्तर प्रदेश तरक्की कर रहा है।
वहीं चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में किए गए कामों के बारे में जानकारी दी साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव पर भी तंज कसा और कहा की पता नहीं क्यों नेता प्रतिपक्ष को इस बात पर चढ़ाई की उत्तर प्रदेश नंबर वन पर क्यों आ गया आप नहीं कर पाए तब भी आपको खुशी होनी चाहिए कि उत्तर प्रदेश नंबर एक हो गया है क्योंकि प्रदेश वासियों ने मुख्यमंत्री के रूप में आपको 5 साल तक बर्दाश्त किया है और उत्तर प्रदेश आज जब आगे बढ़ रहा है तो आपको खुशी होनी चाहिए।
वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपने प्रदेश के विकास में ब्रेकर बनकर नौजवानों को पहचान का संकट में भेज दिया था। लेकिन आज उत्तर प्रदेश देश के विकास को ब्रेक थ्रू दे रहा है।
वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज देश रामराज की अवधारणा को ही स्वीकार करेगा समाजवाद को देश कभी स्वीकार नहीं करेगा। रामराज आर्थिक संपन्नता, विकास अवमुक्त समाज और राजनीतिक अखंडता का निर्माण ही हम सब का उद्देश्य होना चाहिए और हमें अपनी इस विरासत पर गौरव की अनुमति होनी चाहिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच के मनमुटाव पर भी तंज कसा और कहा कि समाजवाद आज सिर्फ मृगकृष्ण बन चुकी है। समाजवाद एक अस्वाभाविक ,अप्राकृतिक और अमानवीय व्यवस्था बनाकर रख दी गई है। बहरूपिया की तरह इसके कई प्रकार हैं। प्रजातांत्रिक समाजवाद के रूप में भी आप लोगों ने देखा है, लोकतांत्रिक समाजवाद के रूप में भी आपने इसको बोला है, चच्चू का प्रगतिशील समाजवाद भी सब लोग देख रहे हैं, आर्थिक समाजवाद भी लोगों ने देखा है और पारिवारिक समाजवाद को भी लोगों ने झेला है। रामराज एक शाश्वत व्यवस्था है जो बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ सभी को देती है।
बरहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के दौरान न सिर्फ अखिलेश यादव पर निशाना साधा बल्कि अखिलेश और चाचा शिवपाल के बनते बिगड़ते रिश्तों को भी सदन के पटल पर सबके सामने रखा। अब देखना यह होगा कि सदन के पटल पर सीएम योगी ने चाचा के साथ धोखे की जो बात पटल पर कही है उसको अखिलेश यादव किस तरीके से दूर करते हैं।