छत्तीसगढ़ ; सेराजेम सेंटर में मनाया गया होली का उत्सव

कोरबा -: जैसा कि हमें ज्ञात है हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती। हिरण्यकशिपु ने आदेश दिया कि होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया। ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है।

सेराजेम थेरेपी सेंटर जो सेहत के लिए जानी-मानी एक जगह है जहां पर फ्री में थेरेपी होती है सेराजेम कंपनी जो पूरे विश्व भर में 70 देशों में काम कर रही है।World Health Organization(WHO) के अनुसार एक व्यक्ति को शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य का भी होना जरूरी है सेराजेम कंपनी इसी को फॉलो करती है और अपने सेंटरों में कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजन करती है जिससे लोगों को मानसिक शारीरिक और सामाजिक स्वास्थ्य मिल सके। आज रंगों का त्योहार होली पर्व को सादगी के साथ एक दूसरे को रंग लगाकर मनाया गया एक दूसरे के स्वास्थ्य के लिए बधाई भी दिया गया । सेराजेम संचालक अरविंद सूर्यवंशी सभी लोगों से आग्रह किया है इस मिशन में शामिल होए अपने परिवार और अपने समाज को स्वास्थ्य की ओर ले करके जाएं।