आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को स्किल डेवलपमेंट घोटाले मामले में शनिवार सुबह 6 बजे नंदयाला शहर से गिरफ्तार कर लिया गया। आपराधिक जांच विभाग (CID) ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
इस भ्रष्टाचार के मामले में 2021 में पहली बार FIR दर्ज कराई गई थी। हालांकि उसमें चंद्रबाबू का नाम नहीं था। CID का दावा है कि जांच में जो बातें सामने आई हैं, उनके आधार पर चंद्रबाबू को गिरफ्तार किया जा रहा है।
चंद्रबाबू को तब गिरफ्तार किया जब नंदयाला शहर में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद वे अपनी वैनिटी वैन में आराम कर रहे थे। गिरफ्तारी के बाद उन्हें मेडिकल एग्जाम के लिए नंदयाला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां से उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, आंध्र प्रदेश पुलिस ने चंद्रबाबू के बेटे पारा लोकेश को ईस्ट गोदावरी जिले से हिरासत में लिया है।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, चंद्रबाबू नायडू ने 6 सितंबर को अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। अनंतपुर जिले के रायदुर्गम में लोगों से बाचतीच के दौरान उन्होंने कहा था- वो मुझे आज या कल अरेस्ट कर सकते हैं। मुझ पर हमला भी हो सकता है। वो मुझ पर एक नहीं, कई ज़ुल्म करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। 45 साल के करियर में उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ। पूर्व सीएम वाई एस राजशेखर रेड्डी ने उनके खिलाफ कई मामले दर्ज कराए, लेकिन उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ।