शुशांत केस को लेकर पटना में दर्ज FIR के आधार पर जांच करेगी CBI,

सुप्रीम काेर्ट के फैसले के बाद सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) डेथ मिस्ट्री की जांच करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम गुरुवार की देर शाम मुंबई पहुंच गई. जांच के लिए सीबीआई ने 10 सदस्याें की SIT बनाई है, जिन्हें 3 टीमाें में बांटा गया है. मुंबई पहुंचने से पहले CBI की दिल्ली में घंटाें तक बैठक हुई थी. टीम मुंबई तो पहुंच गई है, पर जांच में उन्हें कई चुनाैतियाें का सामना करना पड़ सकता है. यह इसलिए कि सुशांत की माैत 14 जून काे हुई थी और मौत के 67 दिन बीत चुके हैं. इस बीच खबर ये है कि CBI की जांच पटना के राजीवनगर थाना में दर्ज FIR के आधार पर आगे बढ़ेगी. बता दें कि पटना के राजीव नगर थाना कांड संख्या 241/20 के तहत दर्ज एफआईआर (FIR) में रिया चक्रवर्ती पर सुशांत को प्रेम में फंसाकर उसके पैसे निकालने और आत्महत्या के लिए उकासने का आरोप लगाया गया है. IPC के सेक्शन 341, 342, 380, 406, 420, 306 के तहत दर्ज FIR में रिया चक्रवर्ती, इंद्रजीत चक्रवर्ती, संध्या चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती, सैमुएल मिरंडा और श्रुति मोदी को नामजद किया गया है. दर्ज प्राथमिकी में आत्महत्या के लिए उकसाने, धोखाधड़ी और साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.

DCP त्रिमुखे बने नोडल ऑफिसर
इस बीच, बड़ी खबर यह है कि मुंबई पुलिस के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे को सीबीआई और मुंबई पुलिस के बीच नोडल अफसर बनाया गया है. त्रिमुखे, सुशांत केस की जांच में शामिल थे. उधर, सीबीआई की टीम शुक्रवार काे बांद्रा पुलिस से इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज अपने हाथ में लेगी.तीन हिस्सों में काम करेगी CBI टीम
इस केस को लेकर सीबीआई की टीम को तीन हिस्सों में बांटा गया है. हर टीम में तीन सदस्य होंगे और ये सभी आईपीएस मनोज शशिधर को रिपोर्ट करेंगे. पहली टीम को इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज जैसे- केस डायरी, क्राइम सीन के फाेटाे, पाेस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल रिपोर्ट और दर्ज किए गए गवाहों के बयान की कॉपी को जमा करने की जिम्मेदारी दी गई है.

दूसरी टीम, रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार से जुड़े लोग, सुशांत के पूर्व मैनेजर, उनके घर पर काम करने वाले लोगों से पूछताछ करेगी. उस दिन मौका-ए-वारदात पर मौजूद सभी लोगों के बयान नए सिरे से दर्ज किए जाएंगे. तीसरी टीम, इस मामले में प्रोफेशनल रंजिश, बॉलीवुड के नामचीन लोग और सुशांत का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टराें से भी पूछताछ करेगी. सीन ऑफ क्राइम को रीक्रिएट करने का जिम्मा भी इसी टीम को दिया गया है.

जांच में ये होंगी 3 बड़ी चुनौतियां
1. सुशांत की माैत के दाे माह से अधिक हाे गए, ऐसे में घटनास्थल पर साक्ष्य मिटने की संभावना है. 2. मुंबई पुलिस का पूरा रिकॉर्ड मराठी भाषा में है और उसे मराठी से राेमन में अनुवाद कराने में वक्त लग सकता है. इनमें 56 गवाहों के बयान भी हैं. 3. सुशांत की मौत का कोई भी चश्मदीद नहीं है. केवल एक आदमी है, जिसने डेड बॉडी को लटकते देखा और उसने भी डेड बॉडी उतार दी. ऐसे में डेड बॉडी कहां और कैसे लटकी हुई थी, उनके पैर कहां थे. इन बातों को समझने के लिए सीबीआई को मुश्किल हो सकती है.

इन बिंदुओं का पता लगाएगी CBI
1. अगर सुशांत सिंह ने सुसाइड किया ताे क्याें और इसके लिए काैन जिम्मेवार है?
2. अगर उनका कत्ल हुआ ताे क्याें, कैसे और किसने किया?
3. दिशा सालियान की माैत के तार सुशांत की माैत से जुड़े हैं?
4. रिया 8 जून काे सुशांत का फ्लैट छाेड़कर क्याें गई, क्याें ब्लाॅक कर दिया सुशांत का नंबर?
5. सुशांत के लैपटाॅप, माेबाइल व ईमेल से काेई छेड़छाड़ किया गया?
6. 15 कराेड़ रकम की हेराफेरी किसने की, काैन-काैन लाेग थे इसमें?
7. अगर वे डिप्रेशन में थे ताे किन-किन डाॅक्टराें ने इलाज किया, काैन-काैन दवाइां दी गईं?
8. पाेस्टमार्टम रिपाेर्ट में टाइम क्याें नहीं है, इस रिपाेर्ट की हकीकत परखना?
9. इलेक्ट्राॅनिक्स एविडेंस की सच्चाई का पता लगाना?
10. 13 व 14 जून का पूरा सच का पता लगाना भी सीबीआई के लिए बड़ी चुनौती है.