अफ्रीकी देश नाइजीरिया में रविवार को कैथोलिक चर्च पर हुए हमले में कई बच्चों समेत 50 से ज्यादा के मरने की आशंका है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। हमलावरों ने प्रार्थना के लिए आए लोगों पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की और हथगोले फेंके। हमलावर चर्च के मुख्य पादरी को अगवा कर ले गए हैं।
इंटरनेट मीडिया पर हमले का शिकार हुए चर्च की फोटो आई हैं। उनमें चारों ओर खून फैला दिखाई दे रहा है। हमले का शक देश में सक्रिय मुस्लिम आतंकियों पर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना ओंडो प्रांत के पेंटेकोस्ट में स्थित सेंट फ्रांसिस कैथोलिक चर्च की है। वहां पर रविवार को प्रार्थना सभा के लिए आए लोगों पर अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग शुरू कर दी। कुछ लोगों ने बचकर और छिपकर खुद को बचाया लेकिन ज्यादातर लोग गोलियों और हथगोलों की चपेट में आ गए। दर्जनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान छेड़ दिया है। ओंडो को आमतौर पर शांत प्रांत माना जाता है लेकिन इस बार यह भी आतंकियों के निशाने पर आ गया। नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदू बुहारी ने कहा है कि केवल राक्षस ही ऐसा जघन्य अपराध कर सकते हैं। घृणा और हिंसा से हमारी भावनाएं नहीं बदली जा सकती हैं। हम अपने प्रेम और भाईचारे से राक्षसों को पराजित करेंगे। ओंडो के गवर्नर रोतिमी अकेरेडोलू ने कहा, हमारे हृदय दुख से भरे हुए हैं। यह मानवता के दुश्मनों का हमला है।
पोप ने नाइजीरिया में चर्च पर हमले और पेंटेकोस्ट के उत्सव के दौरान दर्जनों उपासकों समेत कई बच्चों की मौत पर दुख जताया है। पोप ने हमले के दौरान मारे गए लोगों की आत्मा की शांती के लिए प्रार्थना की है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि चर्च पर हमले के पीछे कौन था। जबकि अधिकांश नाइजीरिया सुरक्षा मुद्दों से जूझ रहा है, ओन्डो व्यापक रूप से नाइजीरिया के सबसे शांतिपूर्ण राज्यों में से एक के रूप में जाना जाता है।