सावधान पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के ये होते है कारण

आपने देखा होगा आमतौर पर स्तन कैंसर स्त्रियों की बीमारी है, लेकिन यह पुरुषों में भी संभव है। जी हां, आज हम आपको यही बताएं जा रहे हैं कि स्त्रियों के अतिरिक्त पुरुषों में भी ये कठिनाई होती है तो किस तरह से इससे बचना चाहिए। दूषित खान-पान और हार्मोंस इंजेक्सन द्वारा उगाई गई सब्ज़ियां ये समस्‍या उत्‍पन्‍न कर रही हैं। पुरुषों में स्‍तन बढ़ने के बाद जब दर्द प्रारम्भ होता है तो स्थिति विकट हो जाती है।

पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के कारण

* पुरुषों में भी महिला हार्मोंस होते हैं लेकिन बहुत कम मात्रा में । पुरुषों में स्‍तन वृद्धि में उसके शरीर के भीतर स्थित पुरुष व महिला होर्मोंस एंड्रोजेंस व ऑस्ट्रोजेन का अंसुलन ज़िम्‍मेदार होता है ।

* ब्रेस्ट में गांठ बनने लगती है व धीरे-धीरे बढ़ने लगती है ।

* असामान्‍य तरीक़े से स्‍तन का बढ़ना ।

* स्‍तन के आसपास सूजन होना ।

* निप्पल का लाल होना, उससे ख़ून आना, उसका आकार बढ़ना व बिगड़ना ।

उपचार:

* पीले और नारंगी फल : पीली शिमला मिर्च, कद्दू और खरबूजा में उपस्थित स्‍ट्रांग एंटी-ऑक्सीडेंट स्तन कैंसर के कारकों को शरीर से बाहर करता है ।

* अपने आहार में नियमित एक पीला फल या सब्ज़ी शामिल कर स्तन कैंसर के ख़तरे से बचा जा सकता है । इसके अतिरिक्त हरी सब्ज़ियों में ब्रोकली और गोभी आदि कैंसर के सेल्‍स को हटाती हैं ।

* दालें: दालों में फायबर की मात्रा अधिक होती है जो बैड एस्‍ट्रोजेंस को शरीर से बाहर निकालता है । स्त्रियों में स्तन कैंसर का एक कारण बैड एस्‍ट्रोजेंस का ज़्यादा निर्माण भी है ।