कप्तान रोहित शर्मा को खराब फॉर्म का खामियाजा प्लेइंग इलेवन से बाहर होकर भुगतना पड़ा. ऑस्ट्र्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज के पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच से रोहित शर्मा बाहर हो गए हैं. उनकी जगह पर जसप्रीत बुमराह टीम की कप्तानी कर रहे हैं. इससे पहले मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट मैच में बुमराह ने कप्तानी की थी. पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बुमराह की अगुआई में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराकर सीरीज का आगाज जीत से किया था.इसके बाद रोहित ने बाकी के 3 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की जहां भारत को 2 टेस्ट में हार मिली वहीं एक टेस्ट ड्रॉ रहा. साल 1975 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय टेस्ट कप्तान को सीरीज के बीच में प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप होना पड़ा है.
भारतीय टेस्ट इतिहास में 50 साल बाद ऐसा हुआ है जब कोई कप्तान सीरीज के बीच में प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप किया गया हो. इससे पहले साल 1975 में दिग्गज ऑफ स्पिनर वेंकटरावघवन को भी सीरीज के पहले टेस्ट मैच में कप्तानी के बाद दूसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया था. दूसरे टेस्ट में वेंकटराघवन को 12वां खिलाड़ी बनाया गया था.खराब फॉर्म की वजह से रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को प्लेइंग इलेवन से बाहर होना पड़ा है.
बुमराह बोले- रोहित ने खुद को अलग किया
टॉस के समय जसप्रीत बुमराह ने कमेंटेटर रवि शास्त्री से कहा कि हमारे कप्तान रोहित शर्मा ने खुद को इस टेस्ट से अलग किया है. बुमराह ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि हमारी टीम में कितनी एकता है. यहां बुमराह का ये बहना है कि रोहित को ड्रॉप नहीं किया गया है बल्कि उन्होंने खुद अपनी स्वेच्छा से सिडनी टेस्ट से बाहर होने का फैसला लिया. बुमराह को टीम में एकता की बात इसलिए कहनी पड़ी क्योंकि दो दिन पहले टीम इंडिया में अनबन की खबरें आई थी. इसके बाद सिडनी टेस्ट से एक दिन पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसपर सफाई देनी पड़ी. गंभीर ने कहा कि टीम इंडिया की ड्रिसंग रूम की खबरें लीक होना अच्छी बात नहीं है. हालांकि उन्होंने इसे महज रिपोर्ट ही करार दिया था.
5 पारियों 31 रन
रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं. उन्होंने पिछली 5 पारियों में सिर्फ 31 रन ही बनाए. रोहित का बल्ला सिर्फ इसी सीरीज में फ्लॉप नहीं रहा बल्कि इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज और बांग्लादेश के खिलाफ भी वह कुछ खास कमाल नहीं कर सके थे. पिछले 8 टेस्ट मैचों में उन्होंने महज एक हाफ सेंचुरी जड़े हैं.