कनाडाई नागरिकों की गिरफ्तारी के विरोध में वैकूवर स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास कार्यालय के बाहर कनाडा और भारतीय संगठनों ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चीन की कम्युनिष्ट पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारी संगठनों ने कनाडाई नागरिकों की रिहाई की मांग की। प्रदर्शनकारी चीन के नए हांगकांग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का विरोध किया। इसके साथ प्रदर्शनकारी हांगकांग, तिब्बत और भारतीय हिस्से को मुक्त करने की मांग रखी।
फ्रेंड्स ऑफ कनाडा-इंडिया के मनिंदर गिल ने कहा कि चीन के नए कानून से बोलने की स्वतंत्रता और नागरिकों की आजादी खतरे में पड़ गई है। उन्होंने कहा चीन के नए कानून से प्रेस की स्वतंत्रता और वहां की विधानसभा की स्वतंत्रता खतरे में पड़ गई है। गिल ने इस चीन की गैर जिम्मेदाराना हरकत कहा और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की कड़ी निंदा की। इस विरोध प्रदर्शन का गिल, आशीष मनराल, अवतार जोहल, पॉल ब्रिच, बलजिंदर चीमा, गुरचरण सराभा, परमजीत खोसला, डॉ हकम भुल्लर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
इस दौरान चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इस विरोध प्रदर्शन में 500 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस महामारी के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी सभी दिशानिर्देशों का पालन किया। लोग मास्क पहने हुए थे और शारीरिक दूरी बनाए रखा गया था।