पीलीभीत में खेती की जमीन पर बिना नक्शा पास कराए ही अवैध रूप से विकसित की जा रही प्रिंस सिल्वर सिटी पर अब प्रशासन का बुलडोजर चला। सिटी मजिस्ट्रेट ने पुलिस टीम के साथ वहां पर बनाई गई नींव उखड़वा दी। प्रशासन की एकाएक कार्रवाई से कॉलोनाइजरों में खलबली है।
माधोटांडा रोड पर गांव चिड़ियादाह में प्रिंस सिल्वर सिटी नाम से युनुस कादरी की ओर से अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी। इसकी डीएम के पास शिकायत हुई थी। सिटी मजिस्ट्रेट ने जब जांच कराई तो विनियमित क्षेत्र से कॉलोनी का लेआउट भी पास नहीं मिला। नक्शा भी पास नहीं था। जांच के बाद सिटी मजिस्ट्रेट मंगलवार की शाम को पुलिस फोर्स के साथ प्रिंस सिल्वर कॉलोनी पहुंच गए। निरीक्षण के बाद वहां पर बनी नींव को जेसीबी से उखाड़ दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई से आसपास कॉलोनी बना रहे लोगों में खलबली मच गई।
सीधे किसान से बैनामा कराकर की जा रही थी स्टांप की चोरीअभियान के तहत सिटी मजिस्ट्रेट को बताया गया कि कॉलोनी में युनुस कादरी सीधे किसानों से ही बैनामा करा रहा था। इससे स्टांप की चोरी भी हो रही है। अभी तक पांच से छह प्लाट इसी तरह से बिक्री किए गए हैं। जमीन किसान के ही नाम पर है। उसकी श्रेणी भी नहीं बदली गई है।
शिकायत पर जांच कराई तो कॉलोनी अवैध रूप से खेती की जमीन पर विकसित की जा रही थी। इसमें स्टांप की भी चोरी की जा रही है। मौके पर नींव को ध्वस्त कराया गया है। अन्य कॉलोनियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। – सुनील कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट