केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को देश का बजट पेश करेंगी। इसमें कुछ खास ऐलान की उम्मीद की जा रही है। निर्मला सीतारमण का ये आठवां बजट होगा, जिससे हर वर्ग को कुछ खास उम्मीद है। इस आम बजट का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। सीतारमण पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई द्वारा अलग-अलग समयावधि में पेश किए गए 10 बजटों के रिकॉर्ड के करीब पहुंच जाएंगी। देसाई ने 1959-1964 के दौरान वित्त मंत्री के रूप में कुल छह बजट और 1967-1969 के बीच चार बजट पेश किए थे। निर्मला सीतारमण इस बजट के साथ प्रणब मुखर्जी के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ देंगी। प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल के दौरान कुल आठ बजट पेश किए थे। इनमें 1980 के दशक के तीन बजट और 2009 से 2012 के बीच लगातार पांच बजट शामिल थे।
इस बार के आम बजट में लोगों को महंगाई से राहत देने और टैक्स में छूट समेत कई बड़े एलान होने की उम्मीद है। इस बजट से सबसे ज्यादा उम्मीद मिडिल क्लास को है जिसे टैक्स में छूट की उम्मीद है।
मोरारजी देसाई ने पेश किए हैं 10 बजट
पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में 10 बजट पेश किए थे, जिनमें से कुछ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल के दौरान थे। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 9 बार बजट पेश किया, जबकि प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल में 8 बजट प्रस्तुत किए थे। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 से 1995 के बीच लगातार 5 बार बजट पेश किया था।
सीतारमण के नाम सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड
निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी, 2020 को बजट पेश करते हुए सबसे लंबा बजट भाषण दिया था, जो 2 घंटे 40 मिनट तक चला। इसके विपरीत, 1977 में हीरूभाई मुलजीभाई पटेल का अंतरिम बजट भाषण अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण रहा है, जिसमें केवल 800 शब्द थे।
31 जनवरी से 4 अप्रैल तक दो चरणों में होगा बजट सत्र
बजट सत्र इस वर्ष 31 जनवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल तक दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। सत्र का पहला चरण 13 फरवरी को समाप्त होगा, जबकि दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा।
स्वतंत्र भारत का पहला बजट
भारत के स्वतंत्र होने के बाद पहला आम बजट 26 नवंबर, 1947 को पेश किया गया था। इसे देश के पहले वित्त मंत्री आर. के. शनमुखम चेट्टी ने संसद में प्रस्तुत किया था।