म्यांमार में ‘ब्रोकन-डाउन कार’ अभियान शुरू, इस अनोखे तरीके से हो रहा सैन्य सरकार का विरोध

म्यांमार (Myanmar) में तमाम पाबंदियों के बावजूद लोग तख्तापलट (Protest in Myanmar over Coup) करने वाली सैन्य सरकार के विरोध में सड़क पर उतरे हुए हैं. यांगून (Yangon) में हजारों लोगों ने रैलियां निकालीं, जो देश का सबसे बड़ा शहर है. इसके साथ ही लोग सैन्य अधिकारियों (Military Rule in Myanmar) के काम में बाधा उत्पन्न करने के लिए सड़कों को जाम कर रहे हैं. लोगों ने इसके लिए ‘ब्रोकन डाउन कार’ (Broken-Down Car) अभियान की शुरुआत की है, जिसकी सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है.

सैन्य सरकार के इंटरनेट (Internet in Myanmar) सेवा शुरू करने के बाद ही इस अभियान को लेकर अन्य लोगों को जागरुक किया जाने लगा. इस अभियान के तहत लोग अपनी गाड़ी के बोनट्स (Road Blocking Campaign in Myanmar) उठा रहे हैं, सड़कों पर बैठ रहे हैं और बीच सड़क पर गाड़ियां रोक रहे हैं. लोग बीच सड़क के अलावा पुलों पर भी अपनी गाड़ियां रोक रहे हैं. यह देश की पुलिस और सेना के ट्रकों को प्रदर्शन स्थल पर जाने से रोकने के लिए प्रदर्शनकारियों (Myanmar Latest News) का एक तरीका है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शन स्थलों पर बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए करीब 500 लोगों को हिरासत में भी ले लिया है.

एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हमने सड़क पर गाड़ियां इसलिए लगाई हैं ताकि यह दिखा सकें कि हम सैन्य शासन नहीं चाहते हैं.’ इसके अलावा देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में प्रदर्शनकारी ट्रेनों की आवाजाही रोकने के लिए पटरियों पर लेट गए. वहीं सैन्य सरकार (Myanmar Military Coup 2021) ने कहा है कि वह देश में एक बार फिर चुनाव कराएगी और उसमें जो भी जीत हासिल करेगा, उसे सत्ता सौंप देगी. हालांकि ये चुनाव कब कराए जाएंगे, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है. सेना ने तख्तापलट के साथ वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया था और एक साल के लिए आपातकाल लागू कर दिया था.

मंगलवार को अपदस्त नेता आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) और राष्ट्रपति यू विन मिंत (U Win Myint) की कोर्ट में पहली वर्चुअल सुनवाई हुई थी. पुलिस ने आंग सान पर पहले तो अवैध रूप से वॉकी टॉकी रखने का आरोप लगाया था और अब उनपर प्राकृतिक आपदा प्रबंधन कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर एक अन्य मामला भी दर्ज कर लिया है. ये मामला भी उसी दिन दर्ज किया गया, जब वह कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश हुई थीं.

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आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ