इमरान खान के करीबी दोस्त और पूर्व ISI चीफ जनरल फैज हमीद ने अल कादिर ट्रस्ट स्कैम केस में 5 अरब रुपए की रिश्वत ली थी। यह खुलासा इमरान सरकार में मंत्री रहे और उनके दोस्त फैजल वाबडा ने किया है।
अल कादिर ट्रस्ट स्कैम वही केस है, जिसमें इमरान को 9 मई को गिरफ्तार किया गया था और इसके बाद पाकिस्तान में जबरदस्त हिंसा हुई थी। 8 लोग मारे गए थे। आर्मी हेडक्वॉर्टर के अलावा जिन्ना हाउस पर भी खान समर्थकों ने हमला किया था।
फौज और सरकार ने एक्शन लिया। असर ये हुआ कि इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के 80 से ज्यादा बड़े नेता, सांसद और विधायक पार्टी छोड़ गए। अल कादिर ट्रस्ट स्कैम में इमरान की पत्नी बुशरा और बुशरा की दोस्त फराह गोगी भी आरोपी हैं।
इमरान और जनरल फैज के करप्शन का खुलासा फैजल वाबडा ने किया है। वो इमरान के बहुत करीबी दोस्त और उनकी कैबिनेट में मिनिस्टर रह चुके हैं।
मामला शुरू होता है ब्रिटेन से। वहां की नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) एक पाकिस्तानी को गिरफ्तार करती है। जांच के दौरान पता लगता है कि उसके पास करीब 60 अरब रुपए (पाकिस्तानी करेंसी में) हैं। गिरफ्तार किया गया शख्स पाकिस्तान के सबसे बड़े लैंड माफिया मलिक रियाज का दायां हाथ बताया गया। NCA यह पैसा जब्त करके अपनी होम मिनिस्ट्री को बताती है।
ब्रिटेन की होम मिनिस्ट्री मामले की पूरी जानकारी एक सीलबंद लिफाफे में पाकिस्तान सरकार को भेजती है। उस वक्त इमरान खान प्रधानमंत्री थे। मामले का खुलासा करने वाले फैजल वाबडा कैबिनेट मिनिस्टर थे। फैज हमीद खुफिया एजेंसी ISI के चीफ थे।
इमरान एक रूटीन कैबिनेट मीटिंग करते हैं। जैसे ही यह मीटिंग खत्म होने लगती है तो इमरान एक लिफाफा निकालकर दिखाते हुए वहां मौजूद लोगों से कहते हैं- यह सीक्रेट लेटर ब्रिटेन से आया है। हाल ही में पार्टी छोड़ने वाली पूर्व मंत्री शिरीन मजारी समेत कुछ और मंत्री पूछते हैं- इसमें क्या है? खान मामला टालते हुए कहते हैं कि मैं इसको देखूंगा।
दरअसल, इसी लिफाफे में उन 60 अरब रुपए का चेक था, जो ब्रिटेन में मलिक रियाज के गुर्गे से जब्त किए गए थे। आरोप है कि यह पैसा पहले सुप्रीम कोर्ट के अकाउंट में जमा कराया गया। बाद में इमरान और उनके करीबियों के अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिया गया।
जिस डायमंड रिंग की बात सामने आई है, वो बुशरा बीबी की उंगलियों में नजर आ चुकी है। इसे लाहौर में बनवाया गया था। पेमेंट मलिक रियाज ने किया था।
प्रधानमंत्री इमरान खान के कुछ फैसलों का फैजल ने विरोध किया था। बाद में खान ने फैजल को साइड लाइन कर दिया। फैजल ने खुद उसी वक्त पार्टी छोड़ दी। अब वो इस घोटाले की परतें खोल रहे हैं।
‘पाकिस्तान डेली’ वेबसाइट से बातचीत में फैजल ने बताया- उस कैबिनेट मीटिंग से पहले तब के ISI चीफ और खान के राजदार जनरल फैज हमीद ने शहजाद अकबर समेत कुछ और कैबिनेट मिनिस्टर्स को फोन किया। उनसे कहा- अगर कैबिनेट मीटिंग में कोई सीक्रेट लेटर का जिक्र हो तो आप उसका समर्थन करते हुए सब कुछ खान साहब (इमरान) पर छोड़ दें।
फैजल ने आगे कहा- कुछ महीने बाद मुझे पता लगा कि मामला दबाने के लिए जनरल फैज ने 5 अरब रुपए घूस ली थी। फैज ने उस दौरान कुछ ऐसे पाप किए जो फिलहाल नहीं बताए जा सकते। मैं मुल्क के सामने इनकी हकीकत जरूर खोलूंगा। पाकिस्तानी जब रसोई गैस की कमी से जूझ रहे थे, तब फैज अरबों रुपए का घोटाला कर रहे थे। वो ब्रिटेन में 7 स्टार होटल्स में ठहरते थे। इसका पेमेंट लैंड माफिया मलिक रियाज करता था।
इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे अरबों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह के मुताबिक- 50 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।
तस्वीर इमरान की पत्नी बुशरा की खास दोस्त फराह गोगी की है। जिस दिन इमरान की सरकार गिरी उसी दिन फराह मुल्क से फरार हो गईं। उन पर पाकिस्तान में कई केस दर्ज हैं।
पिछले साल अप्रैल में 2 मिनट 17 सेकंड का एक ऑडियो वायरल हुआ। ये अरबपति कारोबारी और लैंड माफिया मलिक रियाज और उसकी बेटी अंबर की बातचीत का था। इसमें अंबर पिता को बताती है कि बुशरा बीबी 5 कैरेट हीरे की अंगूठी मांग रही हैं।
अंबर पिता रियाज से पंजाबी में कहती है- मेरी फराह गोगी से बातचीत हो गई है। वो कह रही है कि बुशरा बीबी को 3 नहीं बल्कि 5 कैरट का डायमंड चाहिए। रिंग वो खुद बनवा लेंगी, लेकिन उसका पेमेंट हमें करना होगा। बुशरा और फराह ने इमरान खान साहब से बात कर ली है। वो फौरन ठेके की सारी फाइलें ओके करा देंगे। इस पर मलिक रियाज कहते हैं- कोई दिक्कत नहीं। 5 कैरट का डायमंड भेज देते हैं।
पाकिस्तानी जर्नलिस्ट गौहर बट्ट कहते हैं- कराची में एक अरबों रुपए का हाउसिंग प्रोजेक्ट पास हुआ है। मलिक रियाज इसका ठेका लेना चाहता था। उसकी फाइल आगे नहीं बढ़ रही थी। फराह खान ने बुशरा बीबी से संपर्क किया। बुशरा ने इमरान को तैयार किया और अरबों के ठेके में करोड़ों की रिश्वत का रास्ता साफ हो गया। खास बात यह है कि यह डायमंड रिंग पहने बुशरा को देखा भी गया है। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी हुईं थीं।
आरोप है कि बुशरा के पूर्व पति खावर मानेका और उनके दो बेटों ने मलिक रियाज के जरिए अरबों रुपए का करप्शन किया। फराह गोगी तमाम सौदे कराती थी। जैसे ही पिछले साल अप्रैल में इमरान सरकार गिरी तो फराह पाकिस्तान से मलिक रियाज के प्राइवेट जेट से फरार हो गई।