योगी आदित्यनाथ सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर के शुभारम्भ समारोह की योजना बना रही है। मिली जानकारी के अनुसार राज्य ने ब्रह्मोस मिसाइल इकाई स्थापित करने के लिए ब्रह्मोस एयरोस्पेस की जॉइंट वेंचर के अनुरोध पर लखनऊ में 200 एकड़ जमीन भी दिखाई गई है। अधिकारियों के मुताबिक राज्य में रक्षा उद्योग के लिए यह बड़ा प्रोत्साहन होगा। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने यूपी सरकार से कहा है कि वह लखनऊ में जमीन मिलने के तीन महीने के भीतर निर्माण शुरू कर देगी। कंपनी के अगले तीन वर्षों में 100 से अधिक ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण करने की उम्मीद है। यूपी सरकार ने अलीगढ़ में 22 रक्षा कंपनियों को लगभग 1250 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 74 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है।
यूपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 19 कंपनियों के जमीन की रजिस्ट्री भी पूरी हो चुकी है और वहां इंफ्रास्ट्रक्चर का काम जोरों पर है। यूपी सरकार अलीगढ़ में होने वाले समारोह में पीएम को आने का न्योता देगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ‘प्रधानमंत्री 14 सितंबर को अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। हम कोशिश कर रहे हैं कि उसी दिन पीएम द्वारा अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर परियोजना का अनावरण किया जाए। हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है।’
डिफेंस कॉरिडोर के अलीगढ़ में एंकर रिसर्च लैब्स एलएलपी द्वारा ड्रोन के उत्पादन के लिए 550 करोड़ रुपये और और सिंडिकेट इनोवेशन इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा 150 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव है। यह कंपनी छोटे हथियारों और गोला-बारूद का उत्पादन करेगी। यहां आवंटित अन्य कंपनियां उपकरण, ऑप्टिकल साइट्स, हथगोले और विस्फोटक के मेटलिक पार्ट्स का उत्पादन करेंगी।