उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार से बगावत कर इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ पूर्व मंत्रियों के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर मौर्य ने बीजेपी के खिलाफ जमकर बयानबाजी की। आपको बता दें कि मौर्य की बेटी संघमित्रा भारतीय जनता पार्टी से ही सांसद हैं। इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में संघमित्रा मौर्य ने कहा कि एक बेटी के नाते वह चाहती हैं कि उनके पिता सत्ता में आएं, लेकिन यूपी में जीत भारतीय जनता पार्टी की ही होगी।
इंडिया टीवी से बात करते हुए संघमित्रा मौर्य ने कहा, ‘मैंने जबसे राजनीति करनी शुरू की तबसे चुनौतियों से निपटा सीखा है। पिताजी ने किस मूड में बीजेपी और संघ के खिलाफ बयान दिया, मुझे नहीं पता, इसलिए मैं इसपर टिप्पणी नहीं करूंगी। मेरे पिता बीजेपी के सिमटने का दावा इसलिए है क्योंकि उन्होंने हमेशा दलितों, पिछड़ों शोषितों के लिए राजनीति की है। धरातल पर काम करने की वजह से उनके साथ जनाधार है, और वह जहां जाते हैं वहां वह जनाधार चल पड़ता है।’
संघमित्रा मौर्य ने कहा, ‘बीजेपी सांसद के रूप में मैं यही कहूंगी कि सरकार भाजपा की बनने वाली है। समाजवादी पार्टी लड़ाई में जरूर रहेगी लेकिन सरकार भारतीय जनता पार्टी ही बनाएगी। वैसे सत्ता किसको मिलेगी यह जनता तय करेगी। जनता जिसको उचित समझेगी उसे अपना मत देगी और उस पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता भी मिलेगा। यदि पार्टी मुझे पिता और भाई के खिलाफ चुनाव प्रचार के लिए कहेगी तो मैं निश्चित तौर पर जाऊंगी, और मना करना होगा तो मना कर दूंगी।’
बीजेपी सांसद ने कहा, ‘मैं यह नहीं कह सकती कि पिताजी सही हैं या बीजेपी। मुझे यह नहीं पता कि दोनों लोगों के बीच क्या बात हुई है। आज भी पिछड़े वर्ग में नाराजगी है, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछड़ों और दलितों को अधिकार मिलेंगे।’
साभार : इण्डिया टीवी