सपा अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता खत्म किए जाने पर कहा कि संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती खत्म नहीं हो जाती। उन्होंने भाजपा सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप भी मढ़ा। कहा कि भाजपा सरकार सदस्यता लेने के लिए विपक्षी सदस्यों को फंसाती है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं, सड़क पर लड़कर जीते गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया, दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गए, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुंची।
अखिलेश ने कहा कि शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता गई है, इसके पहले सपा नेता आजम खां व मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खां की सदस्यता ली गई। कानपुर के सपा विधायक की सदस्यता लेने के लिए अधिकारियों को साजिश के तहत लगाया जा रहा है। भाजपा सरकार अधिकारियों से षड्यंत्र कराकर विपक्ष के नेताओं को ऐसे मुकदमों में फंसाती है, जिससे सदस्यता चली जाय।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज हर वर्ग के साथ अन्याय हो रहा है। भ्रष्टाचार चरम पर है। पुलिस फर्जी एनकाउंटर करती है। नोएडा और गौतमबुद्धनगर समेत तमाम स्थानों पर जब कभी फर्जी एनकाउंटर की जांच होगी, तो पुलिस के कई बड़े अधिकारी फसेंगे। अखिलेश यादव ने कहा भाजपा सरकार ने बेरोजगारी बढ़ाई है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। बिजली महंगी कर दी है। गैस सिलेंडर महंगे हो गए हैं। सरकार के पास जनता से जुड़े मुद्दों का कोई जवाब नहीं है। भाजपा सरकार महंगाई, बेरोजगारी और उसके मित्र उद्योगपतियों ने देश का जो पैसा डुबोया है, उस पर बहस नहीं करना चाहती है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अब 2024 का चुनाव देखकर वोट के लिए भाजपा सरकार शिलान्यास कर रही है। केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने अब तक 17 बजट प्रस्तुत किए हैं, लेकिन आम जनता की आर्थिक स्थिति में सुधार होने के बजाय और दयनीय होती जा रही है। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है।अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता खत्म किए जाने पर कहा कि संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती खत्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं, सड़क पर लड़कर जीते गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया, दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गए, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुंची।