पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने हाल ही में पार्टी की एक बैठक में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को अपने निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा। पश्चिम बंगाल की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस मौके को लपका और लगे हाथ तंज भी कस दिया। भगवा पार्टी के नेता ने कहा कि राहुल गांधी की तरह महुआ मोइत्रा भी जल्द ही सड़कों पर होंगी, लेकिन उनका कारण अलग होगा।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने महुआ को लेफ्ट की पसंदीदा नेता करार देते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने पिछले साल दिसंबर में हुई एक घटना का जिक्र करते हुए सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित किया है। मालवीय ने देवी काली को लेकर खड़े हुए विवाद का जिक्र किया। आपको बता दें कि टीएमसी ने महुआ के बयान का समर्थन नहीं किया है।
मालवीय ने ट्वीट कर कहा, “वामपंथी दल की प्रिय और मां काली को बदनाम करने वाली महुआ मोइत्रा की अपनी ही में एक गैर-व्यक्तित्व वाली छवि है। ममता बनर्जी ने ही सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित किया है। इसके बाद शायद वह राहुल गांधी की तरह सड़कों पर दिखेंगी, लेकिन पूरी तरह से अलग कारण से।”
फायरब्रांड तृणमूल नेता भाजपा के खिलाफ लगातार मुखर रहती हैं। वह भाजपा के खिलाफ अपने उग्र ट्वीट्स के लिए चर्चा में रहती हैं। हाल ही में पार्टी की एक बैठक में, ममता बनर्जी ने महुआ से कहा था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर पार्टी के संगठनात्मक मामलों में हस्तक्षेप न करें। ममता ने नसीहत देते हुए कहा, “महुआ, कौन पद देता है और कौन नहीं देता, यह महत्वपूर्ण नहीं है। यह पार्टी को सोचना है। करीमपुर आपका क्षेत्र नहीं है। यह अबू ताहिर का क्षेत्र है। वह इसे देखेंगे। आप केवल अपने लोकसभा क्षेत्र पर ध्यान दें।”
उस बैठक के बाद महुआ ने फेसबुक का सहारा लिया और एक लंबी पोस्ट लिखी। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि 2019 में कृष्णानगर की सांसद बनने के बाद भी उन्होंने अपनी पिछली विधानसभा सीट करीपुर के लिए काम करना जारी रखा, जिसका उन्होंने 2016 से 2019 तक प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने लिखा, “करीमपुर के पिछले विधायक और मतदाता के रूप में मेरा संबंध वही रहेगा। लेकिन मेरे नेता ने मुझे मेरे लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों के लिए और समय देने के लिए कहा है। इसलिए, मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि किसी भी विकास कार्य के लिए उस क्षेत्र के सांसद अबू ताहिर खान से संपर्क करें।”
देवी काली को लेकर उठे विवाद ने तृणमूल कांग्रेस को महुआ मोइत्रा की इस टिप्पणी से दूर कर दिया कि वह देवी को मांस-प्रेमी, शराब पीने वाली देवी मानती हैं। उनके बयानों के कारण महुआ के खिलाफ विभिन्न राज्यों में कई प्राथमिकी दर्ज की गईं। पार्टी ने कहा कि वह उनकी टिप्पणियों को मंजूरी नहीं देती है। इसके बाद महुआ ने तृणमूल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया।