पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक नेता अनिल शर्मा ने कहा कि उन्हें भाजपा विधायक दल की बैठक में पिछले तीन साल से नहीं बुलाया जा रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर राजनीतिक तौर पर उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया। शिमला में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्हें मंडी विधानसभा क्षेत्र की जनता ने चुनकर भेजा है। मुख्यमंत्री विकास के मामले में मंडी सदर की उपेक्षा कर रहे हैं। एक निर्वाचित विधायक द्वारा उठाए मुद्दों को नजरअंदाज करना उचित नहीं है। उन्हें विधानसभा में रहने के लिए अपेक्षित आवास तक नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि शिमला में रहने के लिए उनके पास कोई सुविधा नहीं है। बजट सत्र में शामिल होने के लिए उन्हें ठहरने की व्यवस्था करने के लिए मुख्य सचिव सहित सरकार के कई अन्य आला अधिकारियों से संपर्क करने के बाद सर्किट हाउस में कमरा मिला। सर्किट हाउस में भी कमरा सबसे नीचे धरातल मंजिल में दिया गया। जहां मोबाइल फोन तक का सिग्नल नहीं होता।
इस तरह के क्रियाकलाप एक विधायक से घटित होना साबित करता है कि जानबूझकर राजनीतिक तौर पर नजरअंदाज किया जा रहा है। मेरे बेटे ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसका बदला लिया जा रहा है। मैं मंडी सदर की जनता के बीच में जाउंगा और इस अन्याय से अवगत करवाउंगा।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा पर पलटवार करते हुए कहा कि उनको समझना चाहिए कि वह भाजपा के विधायक हैं। यदि वह परिवार की बजाय पार्टी के लिए काम करते तो कितना अच्छा रहता। उन्होंने अनिल के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि मंडी नगर निगम पर भाजपा का कब्जा है। आने वाले विधानसभा में मंडी सदर से भाजपा विधायक ही जीतकर आएगा।
शिमला स्थित विधानसभा परिसर में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अनिल को किसी भी प्रकार की बयानबाजी करने से पहले यह समझना चाहिए कि वह अब भी भाजपा के विधायक हैं। उनके क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी गई। उन्होंने कोटली में एसडीएम कार्यालय खोलने की बात को भी दोहराया और कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे कार्य किए गए हैं, जिससे मंडी विधानसभा क्षेत्र विकसित हो। अनिल शर्मा को पार्टी विरोधी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, जिससे कि उन्हीं को नुकसान हो।