उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पांचवे दिन जब सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा चल रही थी। उसी दौरान बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने मुलायम सिंह यादव विवादित टिप्पणी कर दी।
जिसके बाद सपा विधायकों ने बीजेपी विधायक के खिलाफ सदन में ही प्रोटेस्ट शुरू कर दिया। सपा विधायक वेल में आए और केतकी सिंह के बयान को सभा की कार्यवाही से निकालने की मांग की। वही बाद ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
मंगलवार को सदन के पांचवे दिन सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा चल रही थी। इस दौरान भाजपा विधायक केतकी सिंह ने अपने भाषण में मुख्य विपक्षी दल सपा को घेरना शुरू कर दिया। उन्होंने सपा सरकार में कार सेवकों पर गोली चलाने का जिक्र करते हुए मुलायम सिंह यादव पर विवादित टिप्पणी कर दी।
केतकी सिंह ने तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया मुलायम सिंह यादव की तुलना जलियावाला बाग हत्याकांड के दोषी जनरल डायर से करते हुए आपत्तिजनक बातें कहीं। इस पर सपा के विधायक भड़क गए और केतकी सिंह के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया। उसी दौरान मेरठ के सरधना से विधायक अतुल प्रधान ने अधिष्ठाता मंजु शिवाच से आग्रह किया कि वे केतकी सिंह की उस टिप्पणी को कार्यवाही से बाहर करें, जो उन्होंने मुलायम सिंह यादव पर की थी। साथ ही उन्हें पीठ से माफी मांगने के लिए भी कहा।
इसके बाद सपा के अन्य विधायक भी उनके समर्थन में खड़े हो गए। सभी वेल में आ गए और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। अधिष्ठाता के आग्रह पर भी विधायक शांत नहीं हुए तो स्पीकर सतीश महाना को मोर्चा संभालना पड़ा।