अमर्यादित शब्द कहने वाले रमेश बिधूड़ी को भाजपा ने दी नई जिम्मेदारी

साल के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा हाईकमान ने अपने नेताओं को नई जिम्मेदारी दी है। इन्हीं में एक दक्षिण दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी हैं जिन्हें राजस्थान के टोंक जिले का चुनाव प्रभारी बनाया गया है
रमेश बिधूड़ी को नई जिम्मेदारी दिए जाने के साथ ही एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष इसलिए भड़क गया है क्योंकि इसलिए दिनों संसद के बुलाए गए विशेष सत्र के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में बहुजन समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अमरोहा से सांसद दानिश अली के खिलाफ अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया था।
कांग्रेस महासचिव और सांसद जयराम रमेश ने कहा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास- ये सब है इनका बकवास। दरअसल, टोंक जिले में चार विधानसभा सीटें हैं, यहां बड़ी संख्या में गुर्जर समुदाय के वोटर्स हैं। इसी जिले से कांग्रेस के वरिष्ठ और गुर्जर नेता सचिन पायलट आते हैं। बीजेपी का मानना है कि बिधूड़ी वोटों को स्विंग करने में मदद कर सकते हैं क्योंकि वह भी उसी जाति से आते हैं। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इसे बिधूड़ी को नफरत फैलाने को लेकर नया इनाम देना बताया है।
उधर, महुआ मोइत्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा कि क्या यही आपके प्यार का प्रसार है। कपिल सिब्बल ने कहा- रमेश बिधूड़ी ने स्पेशल सेशन के दौरान सदन में वो शब्द बोले थे, जो नहीं बोले जाने चाहिए थे। अब बीजेपी ने बिधूड़ी को टोंक का इंचार्ज बना दिया। टोंक की मुस्लिम आबादी 29.25% है। नफरत को राजनीतिक फायदे का प्रतीक माना जाता है।
तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा- जिस व्यक्ति को कारण बताओ नोटिस दिया गया हो, उसे नई जिम्मेदारी कैसे दी जा सकती है? नरेंद्र मोदी जी, अल्पसंख्यकों के लिए यही आपकी स्नेह यात्रा है, यही आपके प्यार का प्रसार है। बता दें कि दक्षिण दिल्ली से भाजपा के सांसद बिधूड़ी को पिछले सप्ताह लोकसभा में अली के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था।
पिछले गुरुवार को चंद्रयान-3 चंद्र मिशन की सफलता पर चर्चा के दौरान बसपा सांसद दानिश अली पर निशाना साधते हुए बिधूड़ी द्वारा दिए गए बयान पर हंगामा मच गया था। विपक्षी दल इस मुद्दे पर दानिश अली के साथ एकजुट हो गए थे और उनके खिलाफ टिप्पणी को लेकर बीजेपी को निशाना बना रहे हैं। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी के कई सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की ।
बिधूड़ी की टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दलों ने उन्हें सदन से निलंबित करने की मांग करते हुए भारी आक्रोश जताया था। मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा के अंदर ही माफी मांगी थी। उन्होंने कहा कि अगर बिधूड़ी ऐसा कुछ बोला है तो वे इसके लिए माफी मांगते हैं।इस मसले पर दानिश अली ने कहा कि जब उनके जैसे चुने हुए व्यक्ति की स्थिति देश में ये है, तो एक आम आदमी की स्थिति क्या होगी।
कहा कि बिधूड़ी ने जिस अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है वो पूरे मुस्लिम समुदाय का अपमान है। कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी भी लिखी। उसके बाद राहुल गांधी ने बसपा सांसद दानिश अली से मुलाकात भी की थी।
रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई करने के बजाय भाजपा ने अब उन्हें नई जिम्मेदारी दी है। रमेश बिधूड़ी की जिम्मेदारी जिले के बीजेपी चुनाव प्रभारी के समान होगी। बिधूड़ी ने एक्स पर यह भी पोस्ट किया कि वह जयपुर में आयोजित टोंक जिले की समन्वय बैठक में शामिल हुए थे। बैठक की अध्यक्षता राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने की।