Bihar Election 2020: इस चुनाव में दांव पर दिग्गजों की दूसरी पीढ़ी का दमखम, चिराग-तेजस्‍वी से श्रेयसी तक हैं कई नाम

बिहार विधानसभा चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की दूसरी पीढ़ी का दमखम दांव पर लगा हुआ है। राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान तथा लालू प्रसाद यादव के बेटों तेज प्रताप यादव व तेजस्‍वी यादव से लेकर पूर्व रेलमंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी व अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज श्रेयसी सिंह तक लिस्‍ट लंबी है। अब देखना यह है कि दिग्गजों की दूसरी पीढ़ी जनता में अपनी पैठ बना पाती है या नहीं।

इस चुनाव में रामविलास पासवान के पुत्र और लोजपा प्रमुख चिराग पासवान की राजनीतिक सूझबूझ की परीक्षा होगी, जो राजग से अलग होकर चुनाव मैदान में हैं। पूर्व मुख्‍यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के पुत्र व पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा झंझारपुर से और पूर्व सांसद रामचंद्र पासवान के पुत्र कृष्ण राज रोसड़ा से चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह रामगढ़ से चुनाव उतरे हैं। कई और दिग्गजों की दूसरी पीढ़ी इस बार चुनाव मैदान में अपना दमखम दिखाने के लिए आतुर है।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के पुत्र तेज प्रताप यादव हसनपुर और तेजस्वी यादव राघोपुर से खुद चुनाव लड़ रहे हैं। राजद नेत्री व पूर्व मंत्री कांति सिंह के पुत्र ऋषि सिंह ओबरा से भाग्य आजमा रहे हैं। पूर्व मंत्री मुंद्रिका सिंह यादव के पुत्र सुदय यादव जहानाबाद से और पूर्व मंत्री श्रीनारायण यादव के पुत्र ललन यादव साहेबपुर कमाल, राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी के पुत्र राहुल तिवारी शाहपुर से चुनाव मैदान में हैं।
पूर्व रेलमंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी व राष्ट्रीय निशानेबाज श्रेयसी सिंह जमुई और जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह के पुत्र चेतन आनंद शिवहर से इस बार चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि, चेतन की मां लवली आनंद भी सहरसा से चुनाव लड़ रही हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव की पुत्री दिव्या प्रकाश तारापुर से चुनाव में उतरी है।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ