धर्म और आस्था के नाम पर एक और बाबा का सोरों में हुआ बड़ा खुलासा

कलिका भवन के महन्त ज्योती बाले वावा जगदीश गिरि द्वारा न्यायालय में आत्मसमर्पण । ज्योती काले बावा जगदीश गिरि निवासी बदरिया सोरो जनपद कासगंज के विरुद्ध थाना सोरों पर मु0 अ0 स0 238/12 अंतर्गत ,376/504/506धारा IPC के अनुसूचित जाति जनजाति का अभियोग पंजीकृत था। जिसमें ज्योति वाले बाबा कलिका भवन बदरिया सोरों काफी लम्बे समय से फरार चल रहा था । आज न्यायालय विशेष-न्यायाधीश अनुसूचित जाती / जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम कासगंज के यहाँ आत्मसमर्पण किया । जिस पर न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया तथा जमानत की सुनवाई हेतु दिनाक 24/7/24 नियत की गयी है। यह बाबा आय दिन लोगों के प्रति अभद्र भाषा शैली का उपयोग करता था एवम धर्म और आस्था के नाम पर लोगो को लुटता था। बाबा काफी लंबे समय से बदरिया सोरों मे निवास कर रहा था। लगभग 5 वर्षो से फरार चल रहा था। मीना पत्नी श्री कुंवरपाल जाटव निवासी बदरिया सोरों जनपद कासगंज के द्वारा मुकद्दमा पंजीकृत कराया गया था।

रिपोटर – मीनू सक्सेना कासगंज