भारतीय टीम इस समय भले ही इंग्लैंड में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज और श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के लिए तैयारी कर रही हो, लेकिन सभी की निगाहें इस साल यूएई में होने वाले टी20 विश्व कप पर हैं। इंग्लैंड दौरे पर गई टेस्ट टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो टी20 विश्व कप में खेलने वाले हैं, लेकिन श्रीलंका दौरे पर गई दूसरे दर्जे की टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनको मौका मिल सकता है, लेकिन उन्हें अपनी काबिलियत साबित करनी होगी।
टी20 विश्व कप को देखते हुए हार्दिक पांड्या भारतीय टीम की अहम कड़ी हैं, क्योंकि वे एकमात्र तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं, जिन पर भरोसा किया जा सकता है। विजय शंकर और शिवम दुबे भी तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं, लेकिन वे छाप छोड़ने में सफल नहीं हुए हैं। वहीं, हार्दिक पांड्या भी लंबे समय से गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे, लेकिन अब उन्हें गेंदबाजी करते देखा गया है और इस तरह टीम मैनेजमेंट की सबसे बड़ी मुश्किल टी20 विश्व कप से पहले हल होने वाली है।
दरअसल, हार्दिक पांड्या सीमित ओवरों की क्रिकेट के लिए ऐसे खिलाड़ी हैं, जो आपको अपने कोटे के ओवर फेंक सकते हैं और एक मैच फिनिशर के अलावा तेजतर्रार पारी भी खेल सकते हैं। ऐसें अगर वे गेंदबाजी का भी विकल्प खुला रखते हैं तो फिर उनको प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना उचित नहीं होगा। इस बीच श्रीलंका दौरे पर गए बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने मंगलवार को कहा कि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने नेट्स में गेंदबाजी की है। श्रीलंका में हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी की और इंग्लैंड में बैठे टीम मैनेजमेंट को खुशी हुई है कि वे गेंदबाजी की जिम्मेदारी भी संभालने के लिए तैयार हैं।
सूर्यकुमार ने वर्चुअल वार्ता में कहा, “पांड्या ने नेट्स और इंट्रा स्क्वायड मैच में गेंदबाजी की है, लेकिन यह उनके और टीम मैनेजमेंट पर है कि वह उन्हें किस तरह खेलाना चाहते हैं। उन्होंने गेंदबाजी की जो अच्छा संकेत है। पांड्या ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में गेंदबाजी की थी। आइपीएल के दौरान उन्होंने गेंदबाजी नहीं की क्योंकि यह उनका और टीम मैनेजमेंट का फैसला था।” वहीं, हार्दिक ने एक पॉडकास्ट में कहा, “मेरा ध्यान विश्व कप पर है। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि मैं टी20 विश्व कप के समय तक गेंदबाजी कर सकूं। मैं इस मौके को गंवाना नहीं चाहता।”