90 के दशक में हर एक्टर की ख्वाहिश होती थी कि वो एक बार अमिताभ बच्चन के साथ जरूर काम करें। न्यू कमर एक्टर्स का मानना था कि इससे उनके करियर में ग्रोथ देखने को मिलेगी। वहीं, दूसरी तरफ फिल्म खुदा गवाह में बिग बी चाहते थे कि श्रीदेवी उनके साथ स्क्रीन शेयर करें।
हालांकि, श्रीदेवी इसके लिए तैयार नहीं थीं। वो फिल्म में साइड कैरेक्टर प्ले नहीं करना चाहती थीं। वो महिला केंद्रित फिल्मों का हिस्सा बनना चाहती थीं। ऐसे में उन्हें फिल्म के लिए राजी करने के लिए बिग बी ने फूलों की बारिश कराई थी। ‘श्रीदेवी: द इंटरनल स्क्रीन गॉडेस’ बुक में दिवंगत कोरियोग्राफर सरोज खान ने इस किस्से का खुलासा किया था।
फिरोज खान का कहना था- हम एक गाने की शूटिंग कर रहे थे। तभी एक ट्रक आया और उसके पास श्रीदेवी को खड़ा कर दिया गया। फिर कैरियर झुकाकर उन पर गुलाब के फूल बरसाए गए। यह काफी खूबसूरत सीन था।
यह चीज श्रीदेवी को भी पसंद आई थी, लेकिन उनका मानना था कि उनके हिसाब से यह भी कम था। फिर उन्होंने फिल्म में काम करने के लिए शर्त रखी। शर्त के मुताबिक, इस फिल्म में वो बिग के साथ डबल रोल में दिखेंगी। डायरेक्टर मनोज देसाई और मुकुल आनंद इस शर्त के आगे हार गए और श्रीदेवी को बिग बी के साथ कास्ट कर लिया। यह फिल्म दोनों के करियर की बड़ी हिट साबित हुई। फिल्म में श्रीदेवी ने बेनजीर और मेहंदी नाम की लड़की का रोल प्ले किया था।
खुदा गवाह से पहले रमेश सिप्पी ने अपनी फिल्म राम की सीता श्याम की गीता में भी श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन को साइन किया था, जिसमें दोनों का डबल रोल था।
फिल्म खुदा गवाह की शूटिंग अफगानिस्तान के कई हिस्सों में हुई थी। उस समय अफगानिस्तान में जंग के माहौल बने हुए थे, हर तरफ गोली-बारी हो रही थी और मिसाइल का इस्तेमाल होना भी आम था। सोवियत ने अफगानिस्तान से कब्जा हटाते हुए देश की जिम्मेदारी नजीबुल्लाह को दी, जो राष्ट्रपति बने। नजीबुल्लाह भारतीय फिल्मों के बड़े प्रशंसक थे, ऐसे में जब अमिताभ-श्रीदेवी की फिल्म शूट करने के लिए उनसे परमिशन मांगी गई, तो वो तुरंत मान गए।
जब अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी शूटिंग के लिए अफगानिस्तान के बुजकशी की मजार-ए-शरीफ पहुंचे तो राष्ट्रपति नजीबुल्लाह अहमदजई ने अफगानिस्तान की आधी सेना सिर्फ उनकी दोनों की सिक्योरिटी में लगा दी
1992 में रिलीज हुई इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी के अलावा नागार्जुन, शिल्पा शिरोडकर, डैनी और किरण कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म ने दुनियाभर में ₹17.9 करोड़ की कमाई की थी। ये 1992 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई थी। अफगानिस्तान में भी ये सुपर हिट रही थी और दस सप्ताह तक यह फिल्म सिनेमाघरों में चली।