न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि,पीड़ा असाधारण संभावनाओं के इस समय में हमने बहुत कुछ खोया है… हमने लाखों लोगों को खोया है.प्रत्येक मृत्यु हृदयविदारक है. आज हम आतंकवाद के ख़तरे का सामना कर रहे हैं, हमने अफगानिस्तान में 20 साल से चल रहे संघर्ष को समाप्त कर दिया है.हम कूटनीति के दरवाजे खोल रहे हैं. हमारी सुरक्षा, समृद्धि, स्वतंत्रता आपस में जुड़ी हुई है.हमें पहले की तरह एक साथ काम करना चाहिए. आतंकवाद पर हम पहले से अधिक मजबूती से लड़ेंगे.
अमेरिका (US) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) आज 76वीं संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभा (United Nations General Assembly UNGA) को संबोधित कर रहे थे. बतौर राष्ट्रपति यह उनका पहला संबोधन है सबकी नजरें उनके इस संबोधन पर टिकी हैं.
जो बाइडेन ने अपने संबोधन में कोरोना, आतंकवाद, शीतयुद्ध अफगानिस्तान के मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी आतंकवाद से अमेरिका उसके सहयोगियों की रक्षा का संकल्प व्यक्त किया.
कोरोना महामारी पर उन्होंने कहा कि, हथियार कोविड-19 या फ्यूचर वेरिएंट से हमारा बचाव नहीं कर सकते, सामूहिक विज्ञान राजनीतिक इच्छाशक्ति कर सकती है. हमें अभी काम करने की ज़रूरत है. भविष्य के लिए वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को फाइनेंस करने के लिए हमें एक नया मकैनिजम बनाने की ज़रूरत है.
हम एक शीत युद्ध नहीं चाहते, जिसमें दुनिया विभाजित हो…अमेरिका किसी भी राष्ट्र के साथ काम करने के लिए तैयार है जो शांतिपूर्ण प्रस्तावों का अनुसरण करता हो…क्योंकि हम सभी अपनी असफलताओं के परिणाम भुगत चुके हैं.
काबुल हवाई अड़्डे पर अभी हाल में हुई आतंकी घटना का जिक्र करते हुए बाइडेन ने कहा कि, पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले में हमने 13 अमेरिकी हीरो कई अफगान नागरिकों को खो दिया. जो लोग हमारे खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, वे अमेरिका को एक कट्टर दुश्मन के रूप में पाएंगे. अमेरिका अब वही देश नहीं रहा जिस पर 20 साल पहले 9/11 को हमला हुआ था. आज हम ज़्यादा ताकतवर आतंकवाद की चुनौतियों के लिए तैयार हैं.
उन्होंने आतंकवाद पर अमेरिका की नीति को जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि, अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अपनी अपने सहयोगियों की रक्षा करता रखेगा.अफगानिस्तान से सेनाओं की वापसी तालिबान के हावी होने के बाद बाइडेन यहां पर क्या कहेंगे, सब यही जानना चाहते हैं. अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के साथ ही यहां पर 20 साल से जारी युद्ध के खत्म होने का ऐलान अमेरिका ने कर दिया है.