भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन की नई प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी को संशोधित करने पर सहमति व्यक्त की है, जिसमें कम कार्बन रास्ते के साथ स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने और हरित ऊर्जा सहयोग में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है
एक वर्चुअल बैठक के दौरान, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और संयुक्त राज्य ऊर्जा सचिव जेनिफर ग्रानहोम ने भारत-अमेरिका रणनीतिक ऊर्जा सहयोग की समीक्षा की। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, प्रधान ने कहा कि अमेरिकी ऊर्जा सचिव जेनिफर ग्रानहोम के साथ एक उत्कृष्ट परिचयात्मक बैठक हुई। उच्च पद संभालने पर ग्रानहोम को बधाई दी। भारत-अमेरिका रणनीतिक ऊर्जा सहयोग (एसईपी) की समीक्षा की।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘हम दोनों ने भारत-अमेरिका एसईपी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन की नई प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए, कम कार्बन मार्गों के साथ स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने और हरित ऊर्जा सहयोग में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित करने पर सहमति व्यक्त की।’
जैव ईंधन, कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण, हाइड्रोजन उत्पादन, और कार्बन विनिमय, प्रौद्योगिकी विनिमय के माध्यम से, संयुक्त अनुसंधान और विकास के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा अनुसंधान के लिए साझेदारी के माध्यम से व अन्य पहलुओं के बीच ग्रानहोम और प्रधान ने स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में अधिक से अधिक सहयोग को प्राथमिकता देने पर सहमति व्यक्त की।
ग्रानहोम और प्रधान भारत-अमेरिका सामरिक ऊर्जा साझेदारी की तीसरी बैठक बुलाने पर भी सहमत हुए। प्रधान ने ट्वीट किया, ‘दोनों देशों की संपूरकताओं का फायदा उठाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं ताकि अमेरिका की प्रौद्योगिकियों में तेजी से वृद्धि हो सके और कम कार्बन रास्ते वाले स्वच्छ ऊर्जा मार्ग के माध्यम से जीत की स्थिति के लिए भारत का ऊर्जा बाजार तेजी से बढ़ सके।’