भुवनेश्वर कुमार ने बताया फ्यूचर प्लान, खेलेंगे टेस्ट क्रिकेट या सिर्फ वनडे और टी 20 पर होगा ध्यान

भुवनेश्वर कुमार क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में से किसी एक को प्राथमिकता नहीं देना चाहते, लेकिन वह भविष्य में एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट में सफेद जर्सी पहनने के विचार के खिलाफ नहीं है। इंग्लैंड में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के दौरान उनकी कमी महसूस की गई और अब उन्होंने हाल में हो रही चर्चाओं के संबंध में बात साफ कर दी, जिसमें कहा जा रहा था कि वह खुद ही खेल के पारपंरिक प्रारूप में नहीं खेलना चाहते।

भुवनेश्वर ने कहा, ‘मेरे लिए कोई प्राथमिकता नहीं है, भले ही यह लाल गेंद का क्रिकेट हो या फिर सफेद गेंद का। अगर मैं लाल गेंद के क्रिकेट के लिए चुना जाता हूं और मैं टीम का हिस्सा होता हूं तो मैं निश्चित रूप से योगदान करने की कोशिश करूंगा। मैं सभी प्रारूपों के लिए तैयारी पर काम कर रहा हूं।’

इंग्लैंड के बाद अगली टेस्ट सीरीज न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में है। उसके बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाना है। भुवनेश्वर ने आखिरी बार 2018 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भारत के लिए टेस्ट खेला था। भारत अगले साल श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी भी करेगा और अगले 18 महीनों में बांग्लादेश में एक श्रृंखला खेलेगा। उन्होंने कहा , ‘मैं आगे की ओर नहीं देख रहा हूं, (निश्चित रूप से 18-20 महीने नहीं)। मैं तीनों प्रारूपों के लिए खुद को तैयार करूंगा।

भुवनेश्वर से यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने करियर से संतुष्ट हैं और क्या ‘मुख्य’ टीम का हिस्सा नहीं होने का कोई अफसोस है ? उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इंग्लैंड में खेलने वाली टीम ‘मुख्य टीम’ है और न ही यह टीम ‘मुख्य’ है। दोनों भारतीय टीम हैं। जहां तक ​​मेरा सवाल है, चोटें और उतार-चढ़ाव करियर का हिस्सा रही हैं, लेकिन मैं अपने करियर से संतुष्ट हूं। मेरा प्रयास भारतीय टीम के लिए जितना संभव हो उतना योगदान देना है।’