बिहार (Bihar) में क्रिकेट का ताजा हाल गली-मोहल्ले वाले मैचों की तरह है. जैसे गलियों में खेलते वक्त तेरी टीम, मेरी टीम की लड़ाई होती है. ठीक वैसे ही इन दिनों बिहार भी लड़ रहा है. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या BCCI के घरेलू टूर्नामेंट वीनू मांकड़ ट्रॉफी के लिए बिहार की अंडर-19 टीम तैयार हो पाएगी? ये संशय इसलिए है क्योंकि बीते कुछ हफ्तों में बिहार की दो टीम देखने को मिली है. ये ठीक वैसा ही जैसे एक म्यान में दो तलवार. और, ये सारा झोल उठ खड़ा हुआ है भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं के आपसी तकरार के चलते. ये दोनों ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (Bihar Cricket Association) का प्रतिनिधित्व करने का दावा कर रहे हैं.
BCA यानी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी, जो कि बिहार BJP के पूर्व ट्रेजरार भी रह चुके हैं, ने कहा कि उन्होंने 135 जूनियर खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है. और 14 सितंबर को कैंप खत्म होने के बाद वो वीनू मांकड़ ट्रॉफी के लिए अंडर 19 खिलाड़ियों के नामों की घोषणा करेंगे. हालांकि, लगता है कि तिवारी जी थोड़े लेट हैं. क्योंकि पूर्व विधायक और बिहार BJP के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने बिहार की अंडर-19 टीम बनाकर खिलाड़ियों के नामों को BCCI को मेल भी कर दिया है.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में BCCI AGM की पिछली मीटिंग में शिरकत करने वाले राकेश तिवारी ने कहा, ” प्रेम रंजन पटेल को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में कुछ भी करने का अधिकार नहीं है. वो खिलाड़ी जो उनके पास ट्रायल के लिए गए वो BCA में रजिस्टर्ड भी नहीं हैं. उनकी कोई पहचान नहीं है, ना कोई दफ्तर है, ना ही कोई ईमेल है. उनका इलेक्शन कब हुआ? उनके सदस्य कौन कौन हैं? ऐसे लोग बस अड़चनें पैदा करते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में BCCI AGM की पिछली मीटिंग में शिरकत करने वाले राकेश तिवारी ने कहा, ” प्रेम रंजन पटेल को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में कुछ भी करने का अधिकार नहीं है. वो खिलाड़ी जो उनके पास ट्रायल के लिए गए वो BCA में रजिस्टर्ड भी नहीं हैं. उनकी कोई पहचान नहीं है, ना कोई दफ्तर है, ना ही कोई ईमेल है. उनका इलेक्शन कब हुआ? उनके सदस्य कौन कौन हैं? ऐसे लोग बस अड़चनें पैदा करते हैं.