आजकल हर घर में फ्रिज मिल जाता हैं। कईलोगफ्रिज का ठंडा पानी ही पीते है और यदि वह उपलब्ध नहीं हो पाता तो पानी में बर्फ को डाल कर उसका सेवन करते हैं।शायद आप नहीं जानते होंगे कि ये पानी हमारी बॉडी कितना नुकसान पहुंचाता है। भले ही ठंडा पानी पी कर आपको तुरंत राहत मिल जाती होगी मगर यही राहत आपको आगे चल परेशान भी कर सकती है। खासकर जब बाहर धूप से घर में घुसते ही आप भी सीधे फ्रिज खोल कर ठंडा पानी पीते हैं तो सीधे तौर पर अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे होते हैं। तो चलिए आज जानते हैं ठंडे पानी के सेवन से सेहत को पहुंचने वाले नुकसानों के बारे में-
कब्ज की शिकायत: ठंडा पानी या बर्फ वाला पानी भोजन को अधिक कठोर बना देते है जिससे भोजन सही तरीके से पच नहीं पाता है और कब्ज की समस्या हो जाती है। अगर कब्ज की समसया है तो आपको ठंडे पानी का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ठंडा पानी से आपकी कब्ज की समस्या और भी बढ़ सकती है। जरुरत से अधिक ठंडा पानी पेट की मांसपेशियों को कठोर कर देता है जिससे पेट से जुड़ी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
सिर दर्द का कारण: ठंडा पानी पीने से आपकी बॉडी का तापमान अचानक बदलता है। ठंडा पानी सिर पर मौजूद क्रॉनियल नस को भी अफेक्ट करती है जिससे सिर में तेज दर्द होता है। कुछ लोग तेज धूप को सिर दर्द का कारण समझने लगते हैं। जबकि बाहर धूप से आकर एकदम ठंडे पानी का सेवन ही सिर दर्द का कारण बनता है।
वजन बढ़ने का कारण: ज्यादा ठंडा पानी पीने से पेट पर चर्बी जमा होने लगती है। कहा जाता है कि ठंडा पानी शरीर को अधिक कार्य करने के लिए सक्रिय करता जिससे की अतिरिक्त कैलोरी घटती है, जबकि यह बात पूरी तरह सत्य नहीं है क्योंकि ठंडा पानी पानी पीने से शरीर का ठंडा तापमान फैट का आसानी से शरीर में संवहन नहीं होने देता है जिससे कि वजन बढ़ सकता है।
एनर्जी लेवल करता है कम: फ्रिज का ठंडा पानी पीने से हमारे शरीर का तापमान अचानक गिर जाता है और सामान्य से नीचे आ जाता हैं। ऐसा होने से हमारा शरीर थका हुआ महसूस करता है। ठंडा पानी पीने से बॉडी में मेटाबॉलिज्म स्लो काम करने लगते हैं। जिससे शरीर में काम करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है।शरीर सुस्त रहता है और एनर्जी लेवल डाउन हो जाता है।
खाना पचाने में दिक्कत:’ ठंडा पानी पाचन क्रिया को कमजोर करता है। जिससे खाना पचाने में दिक्कत आती है। मैडिकली प्रूव हो चुका है कि अधिक ठंडा पानी पीने वालों के पेट में अक्सर दर्द रहता है। ठंडा पानी आपके हार्ट रेट को कम करता है क्योंकि इससे गर्दन के पीछे मौजूद एक नस प्रभावित होती है जो हार्ट रेट को धीमा कर देती है।
डीहाइड्रेशन: ठंडा पानी प्यास बुझा देता है बल्कि नॉर्मल पानी प्यासे आदमी की प्यास को और भी बढ़ाता है। जिससे थोड़ी देर बाद व्यक्ति और पानी पीता है। जिससे शरीर डीहाइड्रेटेड होने से बच जाता है वहीं अगर ठंडे पानी से ही पूरे दिन प्यास बुझाई जाए तो चाह कर भी पेट में पानी की उचित मात्रा नहीं पहुंच पाती है।
गले में इंफेक्शन: ठंडे पानी के सेवन से गले में गले में इंफेक्शन होने के चांसिस बढ़ जाते हैं। ज्यादा ठंडा पानी कफ का कारण भी बन सकता है। जो बच्चे अधिक ठंडा पानी पीते है उनके ग्ले में टॉसिल्स बन जाते हैं जिसका असर उनके शारीरिक विकास पर पड़ता है। ऐसे में खुद भी नार्मल पानी पिएं और बच्चों को भी सादा पानी ही दें।