हरदोई में माधौगंज में तैनात ग्राम पंचायत सचिव के भाई की फर्म को क्षेत्र और ग्राम पंचायतों का काम देकर भुगतान किए जाने के मामले में शासन ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। डीएम की संस्तुति पर ग्राम्य विकास आयुक्त ने तत्कालीन खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में वह संयुक्त विकास आयुक्त लखनऊ के कार्यालय से संबद्ध रहेंगे।
माधौगंज ब्लॉक में तैनात ग्राम पंचायत सचिव ब्रजेंद्र पाल सिंह के भाई सतेंद्र कुमार की फर्म नव भारत कंस्ट्रक्शन को क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत से कार्य आवंटित कर भुगतान भी कर दिया गया था। इसका खुलासा 29 सितंबर 2023 के अंक में अमर उजाला ने किया था। प्राथमिक जांच में 50 लाख रुपये का भुगतान किए जाने की बात सामने आई थी, लेकिन खबर का संज्ञान लेकर डीएम एमपी सिंह ने जांच कराई तो लगभग दो करोड़ का भुगतान किए जाने की बात सामने आई।
इसके बाद डीएम ने ग्राम सचिव, उनके भाई, तत्कालीन लेखाकार समेत कई लोगों के खिलाफ माधौगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। साथ ही माधौगंज के खंड विकास अधिकारी का प्रभार संभाल रहे खंड विकास अधिकारी संजय कुमार दोहरे को निलंबित करने की संस्तुति भी डीएम एमपी सिंह ने शासन से की थी। इसी क्रम में ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने संजय कुमार दोहरे को निलंबित कर दिया है।
शासनादेश में साफ उल्लेख है कि किसी सरकारी कर्मचारी के रिश्तेदारी की फर्म को न तो काम दिया जाएगा और न ही भुगतान। ब्लॉक प्रमुखों और जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भी यही नियम लागू है। इसके बाद भी लापरवाही करते हुए काम भी दिया गया और भुगतान भी किया गया। अमर उजाला की खबर से ही मामला संज्ञान में आया था। संजय दोहरे को निलंबित कर दिया गया है। सभी को समझ लेना चाहिए कि जो खेल करेगा उसे भुगतना भी पड़ेगा और बचा कोई नहीं पाएगा।