आपको बता दे पूरा मामला जिला कलेक्ट्रेट परिसर बांदा का है जहां पर आज ग्राम सिलेहटा , ग्राम पोस्ट मोहन पुरवा तहसील व जिला बांदा के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को लिखित शिकायत पत्र देकर बताया कि ग्राम सिलेहटा में 2017 से प्रचलित चकबंदी की चक पैमाइश की तैयारी फिर से है लेकिन विगत ढाई वर्षो से लंबित चकबंदी अधिकारी बांदा के यहां चक अपत्तियां व बंदोबस्त अधिकारी बांदा के यहां लंबित अपीलों का निस्तारण अभी तक नहीं किया जा रहा है वर्ष अप्रैल 2022 में इन्हीं लंबित वादों की सुनवाई निस्तारण किए बिना पैमाइश शुरू कर दी गई थी किसानों के भारी असंतोष लंबित वादों का पहले निस्तारण बाद में नाप की मांग पर तात्कालिक जिलाधिकारी बांदा ने पैमाइह रोककर लम्बित वादो के ना निस्तारण की देख हिलाहवाली के चलते तत्कालीन आयुक्त चित्र चित्रकूट धाम मंडल के निर्देश पर जिलाधिकारी बनाने अपर जिलाधिकारी के अध्यक्षता में एक जांच टीम गठित कर दी जांच साक्ष्यों के आधार पर जिलाधिकारी बांदा ने लेखपाल चकबंदी विकास कुमार को निलंबित व सं0 च0अ0 बांदा को शासन द्वारा निलम्बित कर दिया गया तथा चकबंदी अधिकारी बांदा राणा प्रताप के विरूद्ध शासन ने विभागीय कार्यवाही के आदेश दिये जो प्रचलित है, लेकिन तात्कालिक एस0 सी0सी विनोद कुमार वर्मा जो जांच समिति के सदस्य थे तथ्यों को जांचने में। छिपाया था साक्ष्यों को मिटाते हुए अवैध वसूली में अपने लिये काम कर रहे एक कर्मचारी को भी बचाया इन सब के बाद भी आज तक चक अपत्तियां एवं अपील 1 वर्ष बाद भी लम्बित है। निस्तारण में कोई रूचि नहीं है। विवाद उत्पन्न हो सकता है पैमाईश रुक सकती है , क्योंकि विभाग के कुछ कर्मचारी नहीं चाहते हैं सिलेहटा की चकबंदी फाइनल हो जानबुझकर ऐसी स्थितियां उत्पन्न करते हैं कि विवाद उत्पन्न हो उनकी मनसा है कि किसी तरह चकबंदी निरस्त हो जिससे हमें लूटने का अवसर प्राप्त हो जिसके लिए लोगों को उकसाते भी रहते हैं। हमारी मांगे की चकबंदी ग्राम सिलेहटा की पैमाइश से पूर्व चकबंदी अधिकारी वादों के यहां चक अपत्तियां एवं एस0 ओ सी के यहां लंबित अपीलों का निस्तारण गुणवत्ता एवं पारदर्शी जवाबदेही के साथ कराते हुए चकबंदी फाइनल करें।इस मौके पर फूलचंद, राजेंद्र सिंह, मीरा, शिवपूजन, लक्ष्मी , दसिया ,सुंदी आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट राजकुमार दस्तक 24 न्यूज़ बांदा