बांदा:दिनेश निगम उर्फ दद्दा समाज के लिए नासूर बन गया है जिसका संज्ञान लेते हुए बार काउंसिल ने शासन को पत्र लिखकर रजिस्ट्रेशन निलंबित कर सीबीसीआईडी जॉच की सिफारिश की

समाज के लिए नासूर बन चुके दिनेश निगम उर्फ दद्दा का बार काउंसिल उत्तर प्रदेश की स्पेशल जांच कमेटी ने माफिया अपराधी घोषित करते हुए अधिवक्ता पंजीकरण निलंबित करते हुए अपर मुख्य सचिव गृह एवं गोपन को भेजकर सीबीसीआईडी जांच की सिफारिश की है। साथ ही बांदा जिला जज को भी एक प्रति भेजी है।
गौरतलब हो कि दर्जनों संगीन अपराधों में शामिल दिनेश निगम एक वकालत जैसे पवित्र पेशे को बदनाम करने वाले शातिर अपराधी ने अपने आप स्वघोषित बांदा प्रेस क्लब बांदा का गठन कर अपने आपको अध्यक्ष बताकर जगह-जगह वसूली करता है, सहज रूप से रकम ना देने पर वकालत का सहारा लेकर फर्जी केस लगवाने का काम करता है। अब तक करीब 3 दर्जन लोगों को शिकार बना चुका है जिनमें करीब एक दर्जन लोग सरकारी कर्मचारी भी शिकार हो चुके हैं।
अपने सगे भाई धर्मेश राजन जो कि माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज में कर्मचारी हैं। उनके माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करता चला रहा है। भाई धर्मेश राजन को पैरवी के लिए आगे कर कई बार बड़ी कार्यवाही यों से भी बच चुका है। दिनेश निगम उर्फ दद्दा की एक लंबी चौड़ी अपराधिक लिस्ट है बार काउंसिल ने इसको विकास दुबे जैसा अपराधी बताते हुए अपर मुख्य सचिव गृह एवं गोपन को पत्र लिखा है वह सीबीसीआईडी जांच करवाने की सिफारिश भी की है।
पीड़ित आशा देवी ने बताया कि इसने उसकी जिंदगी को तबाह करने का काम किया है मेरे अलावा करीब दो दर्जन लोग भी तबाह हैं ये अपने आप को वकील व पत्रकार बताकर न्याय नहीं मिलने देता है अधिकारियों में रौब जमाता है उसमें इसका भाई धर्मेश राजन जो कि हाईकोर्ट में कार्यरत है पूरा सहयोग करता है व बचाता है दिनेश निगम उर्फ दद्दा समाज के लिए नासूर बन गया है इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए तथा जेल भेजा जाना चाहिए

रिपोर्ट :राजकुमार