पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में सोमवार को विद्रोहियों द्वारा हाईवे, रेलवे ब्रिज व पुलिस थाने पर किए गए हमलों में कम-से-कम 73 लोगों की मौत हो गई। वहीं, सुरक्षा बलों ने 21 हमलावरों को मार गिराने का दावा किया है।
संसाधन संपन्न प्रांत पर नियंत्रण के लिए दशकों से चल रहे विद्रोह के तहत यह पिछले कई वर्षों में किया गया सबसे बड़ा हमला है।
बुगती जनजाति के सम्मानित नेता नवाब अकबर बुगती की 18वीं बरसी पर बलूच विद्रोहियों ने इस हमले को अंजाम दिया है। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने 2006 में उनकी हत्या कर दी थी। इस अभियान का आदेश पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने दिया था। पाकिस्तान की सेना ने कहा कि संघर्ष में 14 सैनिक और पुलिस तथा 21 हमलावर मारे गए। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने कहा कि विद्रोहियों के हमले में 38 नागरिक भी मारे गए। इनमें से 23 लोग राजमार्ग पर हुए हमले में मारे गए। मूसाखेल जिले में विद्रोहियों ने सबसे बड़े हमले में बस यात्रियों को उतारकर उनका पहचान पत्र देखने के बाद 23 लोगों को गोलियों से भून डाला। इनमें अधिकांश पंजाबी थे। वहीं, राजधानी क्वेटा को प्रांत के अन्य हिस्से से जोड़ने वाले रेलवे ब्रिज पर हमले में छह लोगों की मौत हो गई।