सलमान खान की फिल्म बजरंगी भाईजान को रिलीज हुए 8 साल पूरे हो चुके हैं। ये फिल्म 17 जुलाई 2015 को रिलीज हुई थी। दबंग और वांटेड जैसी एक्शन फिल्म में काम करने के बाद सलमान खान ने बजरंगी भाईजान में एक इमोशनल रोल प्ले किया था। फिल्म में सलमान एक बच्ची की मदद करने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।इस फिल्म में सलमान खान के साथ करीना कपूर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और हर्षाली मल्होत्रा ने काम किया था। फिल्म में सलमान 8 साल की मुन्नी को वापस उसके परिवार के पास ले जाने के लिए पाकिस्तान तक जाने को तैयार हैं।
फिल्म की 8वीं एनिवर्सरी के मौके पर सलमान खान फिल्म्स ने बजरंगी भाईजान से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। प्रोडक्शन हाउस ने कैप्शन में लिखा है- आज हम एक ऐसी फिल्म की रिलीज के 8 साल सेलिब्रेट कर रहे हैं जिसने बॉर्डर पार रह रहे लोगों को भी एक कर दिया था।
फिल्म के डायरेक्टर कबीर खान ने फिल्म की रिलीज से पहले फिल्म को लेकर पॉलिटिकल बयान भी दिए थे। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कबीर खान ने कहा था कि वो एकता और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं।
उन्होंने ये भी बताया था कि उनके पेरेंट्स ने इंटर-रिलीजियस शादी की थी इसलिए उन्होंने बड़े होते हुए हिंदू-मुस्लिम दोनों धर्मों को करीबी से देखा है और वो दोनों की इज्जत करते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि उन्होंने इस फिल्म में सलमान खान को इसलिए कास्ट किया क्योंकि वो उनके स्टारडम की मदद से समाज में धर्मनिरपेक्षता का संदेश देना चाहते थे।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कबीर खान ने कहा था- राईट विंग से जुड़े लोग बजरंगबली पर सिर्फ अपना अधिकार बनाना चाहते हैं ? मैंने स्कूल में एक नाटक में भगवान हनुमान का रोल किया था। मुझे ये देखकर बहुत दुख होता है कि हम दिन पर दिन कितने असहनशील बनते जा रहे हैं ? क्यों कोई मुस्लिम जय श्री राम नहीं कह सकता या कोई हिंदू अस्सलाम वालेकुम नहीं कह सकता ? अगर मैं जय श्री राम कह देता हूं तो क्या मैं कम मुस्लिम हो जाऊंगा ?
कबीर खान ने आगे कहा था- अगर हमारे देश में सद्भाव की भावना खत्म हो जाए तो हमारा विकास नहीं हो सकता। यही सोचकर मैंने अपनी फिल्म में हिंदू-मुस्लिम के बीच चल रहे विवादों का रास्ता खोजने की कोशिश की। मुझे ये बात कहने के लिए सलमान खान जैसे हीरो की जरूरत थी क्योंकि वो भी सेक्युलरिज्म के आईडिया को मानते हैं इसलिए वो फिल्म के लिए तुरंत ही राजी हो गए थे
कबीर खान ने ये भी बताया था कि उन्हें फिल्म का टाइटल बजरंगी भाईजान रखने के लिए भी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद ने फिल्म के टाइटल पर आपत्ति जताई थी और उन्हें इसे बदलने के लिए चिट्ठियां भी भेजीं।
मैं उन्हें समझाया कि सिर्फ भारत ही एक ऐसा देखा है जहां आप किसी फिल्म को ये टाइटल दे सकते हैं। मैं नहीं चाहता था कि राइट विंग से जुड़े लोग हनुमान को अपना एकाधिकार समझ लें, इसलिए मैं फिल्म का टाइटल बदलने के लिए राजी नहीं हुआ।