बहराइच/ बलहा विधानसभा कांग्रेस को मिले 2121 वोट नोटा का दबा बटन 2687
बलहा में लगातार तीसती बार जप्त हुई कांग्रेस की जमानत
कांग्रेस प्रत्याशी को निर्दलीय प्रत्याशियों के बराबर भी मत नहीं मिले। उनकी जमानत जब्त हो गई। बलहा में कांग्रेस की हालत धीरे धीरे बद से बत्तर होती जा रही है।एक हिसाब से कहे तो बलहा में कांग्रेस का सूपड़ा पूर्ण रूप से साफ हो चुका है।प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतरने वाली कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में इतिहास की सबसे बुरी हार झेलनी पड़ी है. हालांकि यह नया नहीं है और बीते कई चुनावों से ही पार्टी का प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है. हाथरस मामले, उन्नाव रेप केस, लखीमपुर हिंसा और कोरोना काल में प्रियंका गांधी वाड्रा की अतिसक्रियता के बाद पार्टी को उम्मीद थी कि प्रदर्शन में सुधार होगा, लेकिन निराशा ही हाथ लगी।राज्य में कांग्रेस का सिर्फ सीट ही कम नहीं हुआ है बल्कि वोट शेयर में भी बड़ी गिरावट देखी गई है. 2017 के विधानसभा चुनान में कांग्रेस पार्टी को 6.25 प्रतिशत वोट मिले थे. तब कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनावी मैदान में उतरी थी. इस बार एकला चलो रे की नीति रणनीति को अपनाते हुए पार्टी चुनाव लड़ रही थी. लेकिन न तो सीट के मामले में और न ही वोट शेयर के मामले को कोई फायदा हुआ. 2017 में 6.25 प्रतिशत मिले वोट के बरक्स इस बार पार्टी सिर्फ 2.33 प्रतिशत मत ही हासिल करने में सफल रही.