राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज यानि मंगलवार को 82वां दिन है। यात्रा का उद्देश्य भारत को जोड़ना है, लेकिन इससे पहले कांग्रेस को जोड़ना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। लगातार कांग्रेस छोड़ते नेताओं को लेकर बीजेपी हमले कर रही है। बीजेपी के नेता राहुल को कांग्रेस को ही जोड़ने की सलाह देते नजर आते हैं। जैसे ही, राहुल की मध्यप्रदेश में एंट्री हुई, वैसे ही अशोक गहलोत के बयान से राजस्थान में सीएम की कुर्सी का विवाद खुलकर सामने आ गया। हालांकि गहलोत के बयान पर पायलट ने सीधा पलटवार नहीं किया, लेकिन कांग्रेस डिफेंसिव मोड में आ गई।
राजस्थान में उठे बवाल के बाद मप्र पहुंची यात्रा में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और सीएम पद के दावेदार टीएस सिंहदेव साथ में पहुंचे। सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने 26 नवंबर को खरगोन जिले के उमरिया चौकी से इंदौर के बलवाड़ा तक राहुल गांधी के साथ चले।
बघेल और टीएस सिंहदेव के अलावा छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य कई नेता यात्रा में शामिल हुए। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच खींचतान और विवाद की खबरें अक्सर आती रहती हैं। राजस्थान में उठे विवाद के बाद राहुल की यात्रा में दोनों नेताओं ने साथ आकर ”ऑल इल वेल इन CG” का संदेश देने की कोशिश की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश कांग्रेस में दो मुख्य सर्वेसर्वा नेता हैं। कई बार दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच मनमुटाव और खींचतान की खबरें आती रहती हैं। इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा- मैं पिछले 42 साल से हमेशा इनके राइट हैंड में रहा हूं। आप लोग गलतफहमी में न रहें। यह सुनकर कमलनाथ ने कहा- एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मैं और दिग्विजय सिंह अलग से करेंगे।
दक्षिण भारत से महाराष्ट्र होते हुए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मप्र के रास्ते हिंदी पट्टी में एंटर हुई है। देश भर में सिर्फ राजस्थान और छत्तीसगढ़ दो ही ऐसे राज्य हैं, जहां कांग्रेस की सरकार है। इन दोनों ही राज्यों में बड़े नेताओं के बीच सीएम की कुर्सी को लेकर खींचतान मची है। मप्र में अगले साल चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता ये संदेश देने में जुटे हैं कि पूरी कांग्रेस एकजुट है। साल 2018 में 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनने से भी बड़े नेता अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आशान्वित हैं।
मप्र से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर को आगर मालवा जिले से होकर राजस्थान में प्रवेश करेगी। राजस्थान में एंट्री से पहले राहुल चाहते हैं कि पायलट और गहलोत के बीच चल रहा सार्वजनिक विवाद थम जाए, जिससे यात्रा को राजस्थान में अच्छा रिस्पांस मिले।