वर्तमान में पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इसी दौरान आई ए एस अफसर भाषा सचिव सुशील कुमार मौर्य को सवसे पहले कोरोना ड्यूटी पर बरेली में भेजा गया फिर कोरोना में ड्यूटी पर सोनभद्र भेजा गया इसी ड्यूटी के दौरान दुर्भाग्यवश कोरोना संक्रमित हो गए थे। 24 अगस्त को पीजीआई में भर्ती हुए 7 सितंबर को सुबह 6.30 वजे देहावसान हुआ।कोरोना योद्धा देश की सेवा करते करते शहीद हुए। कोरोना काल में डुयूटी के दौरान शहीद हुए किसी आई ए एस अधिकारी की मृत्यु अकेले ही है।मौर्य महासभा के जिलाध्यक्ष रामेश्वर शाक्य ने तहसीलदार बिल्सी श्रीमान अशोक कुमार सैनी को ज्ञापन दिया।जिला पंचायत सदस्य ममता शाक्य के प्रतिनिधि चन्द्र शेखर उर्फ टिंकू शाक्य वरिष्ठ समाजसेवी सत्यपाल ने कहा कि सुशील कुमार मौर्य को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। क्लास वन की नौकरी , पेंशन और परिवार को धनराशि मिलनी चाहिए।
इससे परिवार की और समाज की क्षतिपूर्ति तो नहीं हो सकती लेकिन इससे सांत्वना अवश्य की जा सकती है।इस मौके पर राजाराम शाक्य, चन्द्र पाल शाक्य, राममूर्ति मौर्य मौजूद रहे।