आजमगढ़ कृषि कानूनों और इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2020 की वापसी की मांग हेतु आंदोलित किसानों को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने अपना समर्थन देते हुए हाइडल में घोषणा वकास के दौरान विरोध प्रदर्शन किया साथ ही शीघ्र ही उक्त कानून को समाप्त किए जाने की मांग की प्रभु नारायण पांडे प्रेमी ने बताया कि कृषि कानूनों और इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल की वापसी की मांग हेतु पिछले 13 दिनों से संघर्षरत किसानों के समर्थन में आज देश भर में लगभग 1500000 बिजली कर्मचारियों जूनियर इंजीनियरों व इंजीनियरों के विरोध प्रदर्शन किया प्रदेश व्यापी प्रदर्शन में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश ने अपनी पूरी ताकत झोंक कर सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका है उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों की समस्या निराधार नहीं है इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2020 और बिजली वितरण के निजीकरण के लिए जारी स्टैंडिंग डॉक्यूमेंट बिजली के निजीकरण के उद्देश्य से लाए गए हैं ऐसे में सब्सिडी समाप्त हो जाने पर बिजली की दरें ₹10 से ₹12 प्रति यूनिट हो जाएंगे किसानों को ₹8000 का न्यूनतम भुगतान करना पड़ेगा इसका पुरजोर विरोध करते हैं प्रदर्शन में मुख्य रूप से इंजीनियर संदीप प्रजापति इंजीनियर वीरेंद्र सिंह आशुतोष यादव निखिल शेखर सिंह जयप्रकाश यादव वेद प्रकाश यादव चंद्रजीत यादव अखिल पांडे आशीष सिंह राज नारायण सिंह धर्म यादव मिथिलेश यादव हृदय ईश्वर सिंह सहित विभिन्न केंद्रों के सैकड़ों संविदा कर्मी मौजूद रहे।
अजय कुमार: जिला ब्यूरो चीफ आजमगढ़